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1 Jul 2024 · 1 min read

इन्सान पता नही क्यूँ स्वयं को दूसरो के समक्ष सही साबित करने

इन्सान पता नही क्यूँ स्वयं को दूसरो के समक्ष सही साबित करने में इतना मशगूल हो जाता हैं की वह अपना वास्तविक व्यक्तित्व खो देता है ।
आप सही है तो है गलत हैं तो हैं बस वह आप है अपके वास्तविक रूप में ।

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