इतिहास में लिखा जाएगा
“जब हमें तालीम की ज़रूरत थी,
तुम जीएसटी लगवा रहे थे!
जब हमें हिफाज़त की ज़रूरत थी,
तुम नोट बंदी करवा रहे थे!
जब हमें इलाज़ की ज़रूरत थी,
तुम राम मंदिर बनवा रहे थे!
जब हमें रोजगार की ज़रूरत थी,
तुम लाक डाउन करवा रहे थे!”
“जब हमें तालीम की ज़रूरत थी,
तुम जीएसटी लगवा रहे थे!
जब हमें हिफाज़त की ज़रूरत थी,
तुम नोट बंदी करवा रहे थे!
जब हमें इलाज़ की ज़रूरत थी,
तुम राम मंदिर बनवा रहे थे!
जब हमें रोजगार की ज़रूरत थी,
तुम लाक डाउन करवा रहे थे!”