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13 May 2024 · 1 min read

इतना तो करना स्वामी

इतना तो करना स्वामी!
जब निकले तन से प्राण
मुख में हो तेरा नाम,
मन भी वो कर ले ध्यान।

हृदय उत्साह से भरा हो,
भयभीत न जरा हो,
न कुछ छूटने का गम हो
न वासनाओं का मम् हो

हो भू चक्र पर बसेरा
स्वर्ण उषा का सवेरा
हो ऊर्ध्व से आरोहण
हो न चेतना तिरोहण।

Language: Hindi
1 Like · 22 Views
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