Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Sep 2022 · 1 min read

इज़हार

आय लव यू!
आय लव यू!!
आय लव यू मीना!!!
बहुत अच्छा
लगता है
तेरे संग जीना!!!
मेरे कान
चाहते हैं
बस सुनना तुझे
मेरी आंखें
चाहती हैं
बस तुझे देखना!!!
Shekhar Chandra Mitra

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 78 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जो गुजर गया
जो गुजर गया
ruby kumari
बदनाम शराब
बदनाम शराब
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
23/218. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/218. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
धर्म निरपेक्षता
धर्म निरपेक्षता
ओनिका सेतिया 'अनु '
आबाद वतन रखना, महका चमन रखना
आबाद वतन रखना, महका चमन रखना
gurudeenverma198
इन आंखों में तुम्हारी तस्वीर इस क़दर कैद है,
इन आंखों में तुम्हारी तस्वीर इस क़दर कैद है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हिन्दी
हिन्दी
Dr.Pratibha Prakash
प्यार करोगे तो तकलीफ मिलेगी
प्यार करोगे तो तकलीफ मिलेगी
Harminder Kaur
सबला नारी
सबला नारी
आनन्द मिश्र
ख्याल तुम्हारा आता है जब रात ये आधी लगती है*
ख्याल तुम्हारा आता है जब रात ये आधी लगती है*
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
“Don't give up because of one bad chapter in your life.
“Don't give up because of one bad chapter in your life.
Neeraj kumar Soni
कितना और सहे नारी ?
कितना और सहे नारी ?
Mukta Rashmi
कथित परिवारवाद-विरोधी पार्टी अब अपने पुछल्ले की हारी हुई बीव
कथित परिवारवाद-विरोधी पार्टी अब अपने पुछल्ले की हारी हुई बीव
*प्रणय प्रभात*
ये ज़िंदगी डराती है, डरते नहीं हैं...
ये ज़िंदगी डराती है, डरते नहीं हैं...
Ajit Kumar "Karn"
लुट गया है मक़ान किश्तों में।
लुट गया है मक़ान किश्तों में।
पंकज परिंदा
तानाशाह के मन में कोई बड़ा झाँसा पनप रहा है इन दिनों। देशप्र
तानाशाह के मन में कोई बड़ा झाँसा पनप रहा है इन दिनों। देशप्र
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मां! बस थ्हारौ आसरौ हैं
मां! बस थ्हारौ आसरौ हैं
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
ग़ज़ल _ मिले जब भी यारों , तो हँसते रहे हैं,
ग़ज़ल _ मिले जब भी यारों , तो हँसते रहे हैं,
Neelofar Khan
वर्तमान समय मे धार्मिक पाखण्ड ने भारतीय समाज को पूरी तरह दोह
वर्तमान समय मे धार्मिक पाखण्ड ने भारतीय समाज को पूरी तरह दोह
शेखर सिंह
महिला दिवस
महिला दिवस
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
लड़कियां शिक्षा के मामले में लडको से आगे निकल रही है क्योंकि
लड़कियां शिक्षा के मामले में लडको से आगे निकल रही है क्योंकि
Rj Anand Prajapati
जिंदगी
जिंदगी
अखिलेश 'अखिल'
पुस्तक समीक्षा
पुस्तक समीक्षा " चुप्पी का शोर "
Shyam Sundar Subramanian
ग़ज़ल
ग़ज़ल
कवि रमेशराज
सांसों की इस सेज पर, सपनों की हर रात।
सांसों की इस सेज पर, सपनों की हर रात।
Suryakant Dwivedi
*जिह्वा पर मधु का वास रहे, प्रभु ऐसी श्रेष्ठ कृपा करना (राधे
*जिह्वा पर मधु का वास रहे, प्रभु ऐसी श्रेष्ठ कृपा करना (राधे
Ravi Prakash
सत्य
सत्य
Dinesh Kumar Gangwar
"बहुत है"
Dr. Kishan tandon kranti
कविता: स्कूल मेरी शान है
कविता: स्कूल मेरी शान है
Rajesh Kumar Arjun
*पृथ्वी दिवस*
*पृथ्वी दिवस*
Madhu Shah
Loading...