Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Jan 2021 · 1 min read

इज़हार – ए – मोहब्बत

जो दिल में है वो दिल में ही रह जाएगा
जो ख्वाबों में है ख्वाबों में ही रह जाएगा
अब इज़हार-ए-मोहब्बत जल्दी कर मेरे भाई, वरना
जो तू कहना चाहता है कोई और कह जाएगा ।।

आज चुप रह गया तो कल कुछ ना कह पाएगा
उम्रभर उसकी याद में सिर्फ दुखभरे गीत गुनगुनाएगा
उसे याद करेगा हर पल, फिर भी कुछ ना कह पाएगा
याद फिर करके मेरी बातों को सिर्फ पछताएगा ।।

सोचता है क्या, दिल में है जो वो बात कर
कब तक जागता रहेगा इस तरह रात भर
अब यूं ही और वक्त मत बर्बाद कर
और जाकर अपने प्यार का इजहार कर ।।

उससे बात करके ही तुझे अब सुकून मिलेगा
वरना ये तेरा नाज़ुक दिल हमेशा यूं ही जलेगा
तेरा प्यार कब तक ऐसे दिल ही दिल में ही पलेगा
इस दिल की खातिर अब तुम्हें कुछ करना ही पड़ेगा ।।

जो कह दे तो उसे भी दिल की बात पता चलेगी
तभी तो उसके दिल में भी प्यार की चिंगारी जलेगी
भले ही वो कुछ ना कहे तुमसे अभी
लेकिन धीरे धीरे उसके दिल में भी मोहब्बत जगेगी
और तभी तेरी मोहब्बत भी परवान चढ़ेगी ।।

Language: Hindi
10 Likes · 1 Comment · 516 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
View all
You may also like:
बेकरार दिल
बेकरार दिल
Ritu Asooja
जितनी मेहनत
जितनी मेहनत
Shweta Soni
#यादें_बचपन_की।
#यादें_बचपन_की।
*प्रणय*
तुम
तुम
हिमांशु Kulshrestha
गुरु गोविंद सिंह जी की बात बताऊँ
गुरु गोविंद सिंह जी की बात बताऊँ
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जीवन बहुत कठिन है लेकिन तुमको जीना होगा ,
जीवन बहुत कठिन है लेकिन तुमको जीना होगा ,
Manju sagar
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
#गुरु ही साक्षात ईश्वर (गुरु पूर्णिमा पर्व की अनंत हार्दिक श
#गुरु ही साक्षात ईश्वर (गुरु पूर्णिमा पर्व की अनंत हार्दिक श
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
बाबुल
बाबुल
Neeraj Agarwal
भारत के वायु वीर
भारत के वायु वीर
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ना जाने कौन सी बस्ती ,जहाँ उड़कर मैं आयी हूँ ,
ना जाने कौन सी बस्ती ,जहाँ उड़कर मैं आयी हूँ ,
Neelofar Khan
*य से यज्ञ (बाल कविता)*
*य से यज्ञ (बाल कविता)*
Ravi Prakash
नाटक नौटंकी
नाटक नौटंकी
surenderpal vaidya
56…Rajaz musaddas matvii
56…Rajaz musaddas matvii
sushil yadav
आसमाँ पर तारे लीप रहा है वो,
आसमाँ पर तारे लीप रहा है वो,
अर्चना मुकेश मेहता
अंधा वो नहीं...
अंधा वो नहीं...
ओंकार मिश्र
" ह्यूगा "
Dr. Kishan tandon kranti
रिश्तों की आड़ में
रिश्तों की आड़ में
Chitra Bisht
زندگی کب
زندگی کب
Dr fauzia Naseem shad
नहीं विश्वास करते लोग सच्चाई भुलाते हैं
नहीं विश्वास करते लोग सच्चाई भुलाते हैं
आर.एस. 'प्रीतम'
तेरी
तेरी
Naushaba Suriya
सकारात्मक सोच
सकारात्मक सोच
Neelam Sharma
मुस्कुराती  बेटियों पे गिर रही है बिजलियाँ
मुस्कुराती बेटियों पे गिर रही है बिजलियाँ
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
9. पोंथी का मद
9. पोंथी का मद
Rajeev Dutta
दोहा पंचक. . . .
दोहा पंचक. . . .
sushil sarna
तुझे बंदिशों में भी अपना राहगुज़र मान लिया,
तुझे बंदिशों में भी अपना राहगुज़र मान लिया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
गुम है
गुम है
Punam Pande
3351.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3351.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
‘लोक कवि रामचरन गुप्त’ के 6 यथार्थवादी ‘लोकगीत’
‘लोक कवि रामचरन गुप्त’ के 6 यथार्थवादी ‘लोकगीत’
कवि रमेशराज
बचपन
बचपन
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
Loading...