Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Jul 2023 · 1 min read

इंसान होकर जो

इंसानियत की वो ही मिसाल बन गया ।
इंसान होकर जो इंसान बन गया ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
12 Likes · 296 Views
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

इन चरागों को अपनी आंखों में कुछ इस तरह महफूज़ रखना,
इन चरागों को अपनी आंखों में कुछ इस तरह महफूज़ रखना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
I want to have a sixth autumn
I want to have a sixth autumn
Bindesh kumar jha
चांद सितारे टांके हमने देश की तस्वीर में।
चांद सितारे टांके हमने देश की तस्वीर में।
सत्य कुमार प्रेमी
इश्क़ अब बेहिसाब........, है तो है..!
इश्क़ अब बेहिसाब........, है तो है..!
पंकज परिंदा
खुश रहें मुस्कुराते रहें
खुश रहें मुस्कुराते रहें
PRADYUMNA AROTHIYA
वक़्त को वक़्त
वक़्त को वक़्त
Dr fauzia Naseem shad
3945.💐 *पूर्णिका* 💐
3945.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
कलम ठहर न जाए देखो।
कलम ठहर न जाए देखो।
Kumar Kalhans
सरोकार
सरोकार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
...........,,
...........,,
शेखर सिंह
दीवार -
दीवार -
Karuna Bhalla
ऐ साँझ  ,तू क्यूँ सिसकती है .......
ऐ साँझ ,तू क्यूँ सिसकती है .......
sushil sarna
बंटवारा
बंटवारा
Shriyansh Gupta
भतीजी (लाड़ो)
भतीजी (लाड़ो)
Kanchan Alok Malu
धन्य हैं वो बेटे जिसे माँ-बाप का भरपूर प्यार मिलता है । कुछ
धन्य हैं वो बेटे जिसे माँ-बाप का भरपूर प्यार मिलता है । कुछ
Dr. Man Mohan Krishna
जब एक शख्स लगभग पैंतालीस वर्ष के थे तब उनकी पत्नी का स्वर्गव
जब एक शख्स लगभग पैंतालीस वर्ष के थे तब उनकी पत्नी का स्वर्गव
Rituraj shivem verma
बाल कविता: मूंगफली
बाल कविता: मूंगफली
Rajesh Kumar Arjun
आल्ह छंद
आल्ह छंद
Godambari Negi
* दिल के दायरे मे तस्वीर बना दो तुम *
* दिल के दायरे मे तस्वीर बना दो तुम *
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*प्राण-प्रतिष्ठा सच पूछो तो, हुई राष्ट्र अभिमान की (गीत)*
*प्राण-प्रतिष्ठा सच पूछो तो, हुई राष्ट्र अभिमान की (गीत)*
Ravi Prakash
अपना सिक्का खोटा था
अपना सिक्का खोटा था
अरशद रसूल बदायूंनी
भारत के युगपुरुष वाक् सिपाही - अटल बिहारी वाजपाई
भारत के युगपुरुष वाक् सिपाही - अटल बिहारी वाजपाई
Rj Anand Prajapati
सृजन तेरी कवितायें
सृजन तेरी कवितायें
Satish Srijan
అందమైన తెలుగు పుస్తకానికి ఆంగ్లము అనే చెదలు పట్టాయి.
అందమైన తెలుగు పుస్తకానికి ఆంగ్లము అనే చెదలు పట్టాయి.
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
घर में यदि हम शेर बन के रहते हैं तो बीबी दुर्गा बनकर रहेगी औ
घर में यदि हम शेर बन के रहते हैं तो बीबी दुर्गा बनकर रहेगी औ
Ranjeet kumar patre
खुला मैदान
खुला मैदान
Sudhir srivastava
कुंडलिया
कुंडलिया
अवध किशोर 'अवधू'
सिर्फ चुटकुले पढ़े जा रहे कविता के प्रति प्यार कहां है।
सिर्फ चुटकुले पढ़े जा रहे कविता के प्रति प्यार कहां है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
हर  क़दम  ठोकरें  खा के  चलते रहे ,
हर क़दम ठोकरें खा के चलते रहे ,
Neelofar Khan
*दिनचर्या*
*दिनचर्या*
Santosh Soni
Loading...