2000 का नोट
तुम हमारी जिन्दगी में आए
तुम्हे देख हमने रंगीन सपने सजाए
पहले तो हम तुम पर मिट गए ,
तुम्हारे रुतबे पर आकर सिमट गए।
शुरू शुरू में तुमसे मिलने की चाह उठने लगी,
बस पा लूं तुम्हें यह तमन्ना और बढ़ने लगी
ऐसा नहीं था कि तुम बिन हमारा काम ना चलता
पर तुम साथ रहते तो हमारा ओहदा ऊंचा रहता ।
फिर तुम भी मेहरबान हुए हम पर,
मिलने लगे तुम हमें कदम कदम पर,
तुम्हारा हमारा अक्सर सामना हो जाता था ,
कभी बाजार तो कभी बैंक में नजदीक आना हो जाता था ।
तुम्हारी गुलाबी काया मन में बसने लगी,
लोगो की भीड़ से परे, तुम हो पास ये तृष्णा जगने लगी।
हा ये गलत था कि तुम्हारी ऊंचाइयां मन में छाई थी ,
पर तुम्हारी बदौलत कुछ बड़े लोगो में हमने धाक जमाई थी।
फिर हमे किसी की नजर लग गई
नजदीकिया हमारी दूरियों में बदल गई
महीनो सालो तुम्हारा दीदार तक न हुआ ,
सब कहते थे बेवफा हो तुम,पर हमे एतबार न हुआ।
याद है मुझे लोगो ने इल्जाम लगाए,कि तुम जासूस हो,
तुम्हारा साथ गोपनीयता भंग कर देगा,
इतरा रही हो जिसकी बदौलत वो दुनिया बदरंग कर देगा।
फिर खबर आई कि तुम पूंजीपतियों के लिए हमे छोड़ गए,
लेकिन तुम तो हमारे मिलने की आखरी आस भी तोड़ गए,
किस भारी मन से बताऊं कि तुम अब हमारे बीच नहीं रहे
सितंबर को है अंतिम संस्कार ये सबको सूचित कर रहे।।