आज़ाद गज़ल
रात छोड़, तारे देख
ख्वाब ढेर सारे देख ।
ले सबक गई बातों से
क्या है तेरे आगे देख ।
हार मत तू खुद से खुद को
हिम्मत करके प्यारे देख ।
माना दौर है बुरा अभी
बदलेंगे वक्त तुम्हारे देख ।
तूफानों से लड़कर नावें
लग जा ती है किनारे देख ।
-अजय प्रसाद
AJAY PRASAD
TGT ENGLISH DAV PS PGC
BIHARSHARIF,NALANDA ,BIHAR .