आज़ाद गज़ल
रास्तों से पूछ मंज़िल का पता
बेबफ़ा से पूछ संगदिल का पता।
लाशों से भला क्या पूछता है तू
खंजरो से पूछ कातिल का पता ।
मायुस हो कर तो यूँ मत डूब यार
लहरों से पूछ साहिल का पता ।
तन्हाइयां तुम्हें कर देंगी बरबाद
शमा से पूछ महफिल का पता ।
जाननी है अजय कीमत अपनी
हाशिये से पूछ हासिल का पता
-अजय प्रसाद