Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Aug 2020 · 1 min read

आज़ाद गज़ल

“पढ़ी रचनाएँ आप ने तो मेरा काम हो गया
की आपने तारीफें तो मेरा नाम हो गया ।
अब तो मुझे मरने का भी कोई गम न होगा
कुछ पल को सही दिल मे मुकाम हो गया ।
मैं क्या जानूं छ्न्द और बहर के उसुलों को
देखा,सुना,महसूस जो किया कलाम हो गया ।
मेरे लिए तो खयाल बेहद अहम है गज़ल में
मगर अदिबों की नज़र में मैं बदनाम हो गया ।
न माज़ी से गुरेज़ न मुस्तकबिल से परहेज है
मेरी शायरी का शिकार हाले अवाम हो गया ।
फक़त नाम से ही मैं ‘अजय ‘रहा हूँ दोस्तों
हारना हर हाल में खुद से मेरा इनाम हो गया ।
-अजय प्रसाद

Language: Hindi
3 Likes · 232 Views

You may also like these posts

अहंकार और अधंकार दोनों तब बहुत गहरा हो जाता है जब प्राकृतिक
अहंकार और अधंकार दोनों तब बहुत गहरा हो जाता है जब प्राकृतिक
Rj Anand Prajapati
सत्य और अमृत
सत्य और अमृत
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Reliable Movers and Packers in Hyderabad
Reliable Movers and Packers in Hyderabad
Shiftme
मैं अगर आग में चूल्हे की यूँ जल सकती हूँ
मैं अगर आग में चूल्हे की यूँ जल सकती हूँ
Shweta Soni
बदलती स्याही
बदलती स्याही
Seema gupta,Alwar
श्यामपट
श्यामपट
Dr. Kishan tandon kranti
हरियाली माया
हरियाली माया
Anant Yadav
पड़ोसन ने इतरा कर पूछा-
पड़ोसन ने इतरा कर पूछा- "जानते हो, मेरा बैंक कौन है...?"
*प्रणय*
इम्तिहान
इम्तिहान
AJAY AMITABH SUMAN
-0 सुविचार 0-
-0 सुविचार 0-
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
अयोध्या धाम पावन प्रिय, जगत में श्रेष्ठ न्यारा है (हिंदी गजल
अयोध्या धाम पावन प्रिय, जगत में श्रेष्ठ न्यारा है (हिंदी गजल
Ravi Prakash
हर पिता को अपनी बेटी को,
हर पिता को अपनी बेटी को,
Shutisha Rajput
अब तो तुम्हारी मांग में सिंदूर भरने के बाद ही,
अब तो तुम्हारी मांग में सिंदूर भरने के बाद ही,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
* सबकी कहानी**
* सबकी कहानी**
Dr. P.C. Bisen
2544.पूर्णिका
2544.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
टापू
टापू
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
"मतदाता"
Khajan Singh Nain
Y
Y
Rituraj shivem verma
वक़्त का समय
वक़्त का समय
भरत कुमार सोलंकी
सौतेली माँ
सौतेली माँ
Sudhir srivastava
प्यारी सुबह
प्यारी सुबह
Santosh kumar Miri
हाथों में हैं चूड़ियाँ,
हाथों में हैं चूड़ियाँ,
Aruna Dogra Sharma
पास के लोगों की अहमियत का पता नहीं चलता
पास के लोगों की अहमियत का पता नहीं चलता
Ajit Kumar "Karn"
जाणै द्यो मनैं तैं ब्याव मं
जाणै द्यो मनैं तैं ब्याव मं
gurudeenverma198
तुम्हारी बेवफाई देखकर अच्छा लगा
तुम्हारी बेवफाई देखकर अच्छा लगा
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
वो तशद्दुद इशारों से रोने लगे थे ,
वो तशद्दुद इशारों से रोने लगे थे ,
Phool gufran
???
???
शेखर सिंह
स्मार्ट फोन.: एक कातिल
स्मार्ट फोन.: एक कातिल
ओनिका सेतिया 'अनु '
मिरे मिसरों को ख़यालात मत समझिएगा,
मिरे मिसरों को ख़यालात मत समझिएगा,
Shwet Kumar Sinha
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
Loading...