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4 Jan 2017 · 1 min read

* आहत हताहत *

आहत हताहत हुआ नहीं आज कौन अल्फाज़ो से
चाहत-शिकायत ना हो आजमा कौन-अल्फ़ाज़ों से
भीरुता बनी आज जिसका गहना वो प्यार क्या
शिद्दत से सिर कटवाने की बात कौन-अल्फ़ाज़ों से ।।
?मधुप बैरागी

Language: Hindi
381 Views
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