* आहत हताहत *
आहत हताहत हुआ नहीं आज कौन अल्फाज़ो से
चाहत-शिकायत ना हो आजमा कौन-अल्फ़ाज़ों से
भीरुता बनी आज जिसका गहना वो प्यार क्या
शिद्दत से सिर कटवाने की बात कौन-अल्फ़ाज़ों से ।।
?मधुप बैरागी
आहत हताहत हुआ नहीं आज कौन अल्फाज़ो से
चाहत-शिकायत ना हो आजमा कौन-अल्फ़ाज़ों से
भीरुता बनी आज जिसका गहना वो प्यार क्या
शिद्दत से सिर कटवाने की बात कौन-अल्फ़ाज़ों से ।।
?मधुप बैरागी