“आसमा की लगती है”
गालो पर लटे आपके, कुछ खास लगती है.
आँखो की रोशनी, आफताब लगती है.
हीरा समझने की गलती, अब हम नहीं करेगे.
आप इस जहाँ की नही, आसमा की लगती है.
फूलो की तरह खुशनुमा लगती है
मेरी जिंदगी मे आई, ईश्वर की दुआ लगती है
बेबफा समझने की गलती, अब हम नहीं करेगे.
आप इस जहाँ की नहीं, आसमा की लगती है.
चेहरे पर पड़ी बारिश की पहली ,बुंद की बौछार लगती है.
मेरी पतझड़ सी जिंदगी की, बाहार लगती है.
मन्नत समझने की गलती, अब हम नहीं करेगे.
आप इस जहाँ की नहीं, आसमा की लगती है.
सुबह का आगाज, शाम का अंजाम लगती है.
मेरी मोहब्बत का फरमान लगती है.
बेकदर समझने की गलती , अब हम नहीं करेगे.
आप इस जहाँ की नहीं, आसमा की लगती है.