Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Dec 2022 · 2 min read

“आसमान सँ खसलहूँ आ खजूर पर अटकलहूँ”

डॉ लक्ष्मण झा परिमल
==========================
नव यंत्रक आविष्कार सँ हमरलोकनिक जीवन मे नवीन क्रांतिक उदय भेल आ सम्पूर्ण कार्यकलाप बदलि गेल!आब हमरालोकनि पुरनका विधा केँ बिसरि रहल छी…डाक सेवा ….. …लिफाफ ..अंतर्देशीय पत्र …पोस्ट कार्ड ..टेलीग्राम आ विभिन्य कार्यकलाप क समय लुप्त भ गेल !………. आब इ अधिकांशतः संग्रालय आ इतिहास क पन्ना मे राखि देल गेल अछि !……. गूगल आ इंटरनेट क युगांतकारी उड़ान हमरा सब केँ क्षितिजक अंतिम छोर क ऊँच्चतम शिखर पर आनि रखि देलक ! ……. आब हमरालोकनि गाँम धरि सीमित नहि रहलहूँ । …शहर ………..जिला ………राज्य ………देश …….विदेश ….एतबे नहि सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड हमरा लोकनिक मुठ्ठी मे संचित भ गेल …आ हम एकटा दिव्य “महानायक ” बनि गेलहूँ !
…………. लिखब ……सन्देश पठायब …….टेलीफोन ……..व्हाट्स एप्प …….स्कैप ………मैसेंजर ……..विडिओ कालिंग क माध्यम सँ हम सम्पूर्ण विश्व सँ जुड़ि गेल छी !……….. मित्र बनेबा क प्रतिस्पर्धा द्रुत गति सँ प्रारंभ भ गेल अछि ! ……परञ्च एहि विजय यात्रा मे कखनो -कखनो ह्रदय केराक पात एहन काँपय लगैत अछि !……..
मित्र बनेबा क उत्कंठा किनका नहि होइत छनि ?……. निरंतर हमरा फ्रेंड रिक्वेस्ट अबैत रहैत अछि !……. मित्रता क बंधन मे जुड़बाक उपरांत हम प्रायः -प्रायः सबकेँ स्वागत पत्र लिखैत छी !….. परञ्च अधिकांश लोक त ओहि संदेश केँ तिरस्कार क दैत छथि । ….कियो जे देखियो लैत छथि , त रद्दी क टोकरी मे फेंकि दैत छथि । …
कियो -कियो त लोक आन लोक केँ मूढ़ बनेबा क लेल ‘लाइक ‘ क देताह ! एकर अतिरिक्त किछु गोटे
“very good “ ….
nice …..
great …अच्छा लगा …
इत्यादि कहि कन्नी काइट जाइत छथि !…….
परञ्च हिनकर सजगता त देखू …मैसेंजर मे हाथ हिलेनाई ..HELLO …HI …करनाई आ यदि मौका लागल त व्हाट्स एप्प मे रासलीला क प्रदर्शन मे कोनो कसर नहि छोडताह !…………… आत्मीयता त अकर्मण्यता क आगि मे जरि रहल अछि !………….
हम आभार ..अभिनन्दन ..स्नेह ..स्वागत …सिरोधार्य …..बधाई …प्रणाम ………इत्यादि केँ फोटो साटि दैत छी ! …परञ्च दू आखर नहि लिखबाक चेष्टा करैत छी ! हमरा लोकनि किछु लिखि केँ वा बाजि केँ लोकक हृदय पर विजय प्राप्त क सकैत छी अन्यथा हमरा लोकनि खजूरे पर लटकल रहब !
=================
डॉ लक्ष्मण झा” परिमल”
साउंड हेल्थ क्लिनिक
एस. पी .कॉलेज रोड
दुमका
झारखंड
भारत
12.12.2022

Language: Maithili
Tag: लेख
175 Views

You may also like these posts

दोहा पंचक. . . . चिट्ठी
दोहा पंचक. . . . चिट्ठी
sushil sarna
आवड़ थूं ही अंबिका, बायण थूं हिगलाज।
आवड़ थूं ही अंबिका, बायण थूं हिगलाज।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
जिंदगी में अपने मैं होकर चिंतामुक्त मौज करता हूं।
जिंदगी में अपने मैं होकर चिंतामुक्त मौज करता हूं।
Rj Anand Prajapati
बड़े मासूम सवाल होते हैं तेरे
बड़े मासूम सवाल होते हैं तेरे
©️ दामिनी नारायण सिंह
कविता
कविता
Nmita Sharma
गौरैया
गौरैया
सोनू हंस
मां कालरात्रि
मां कालरात्रि
Mukesh Kumar Sonkar
मेरी आंखों के काजल को तुमसे ये शिकायत रहती है,
मेरी आंखों के काजल को तुमसे ये शिकायत रहती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
नास्तिकों और पाखंडियों के बीच का प्रहसन तो ठीक है,
नास्तिकों और पाखंडियों के बीच का प्रहसन तो ठीक है,
शेखर सिंह
मेरे हमदर्द मेरे हमराह, बने हो जब से तुम मेरे
मेरे हमदर्द मेरे हमराह, बने हो जब से तुम मेरे
gurudeenverma198
🙅लोकतंत्र में🙅
🙅लोकतंत्र में🙅
*प्रणय*
दूजा नहीं रहता
दूजा नहीं रहता
अरशद रसूल बदायूंनी
नशा नये साल का
नशा नये साल का
Ahtesham Ahmad
कविता ही तो परंम सत्य से, रूबरू हमें कराती है
कविता ही तो परंम सत्य से, रूबरू हमें कराती है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
छलने लगे हैं लोग
छलने लगे हैं लोग
आकाश महेशपुरी
"ख़ामोशी"
Pushpraj Anant
2537.पूर्णिका
2537.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
फ़ासला गर
फ़ासला गर
Dr fauzia Naseem shad
सच तो हमेशा शांत रहता है
सच तो हमेशा शांत रहता है
Nitin Kulkarni
गर तू गैरों का मुंह ताकेगा।
गर तू गैरों का मुंह ताकेगा।
Kumar Kalhans
सुंदर विचार
सुंदर विचार
Jogendar singh
- हम कोशिश करेंगे -
- हम कोशिश करेंगे -
bharat gehlot
फिर वही
फिर वही
हिमांशु Kulshrestha
किस्मत से
किस्मत से
Chitra Bisht
"स्वतंत्रता के नाम पर कम कपड़ों में कैमरे में आ रही हैं ll
पूर्वार्थ
राजतंत्र क ठगबंधन!
राजतंत्र क ठगबंधन!
Bodhisatva kastooriya
चांद कहानी
चांद कहानी
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
एक उजली सी सांझ वो ढलती हुई
एक उजली सी सांझ वो ढलती हुई
नूरफातिमा खातून नूरी
बेहतर कल
बेहतर कल
Girija Arora
*जानो कीमत वोट की, करो सभी मतदान (कुंडलिया)*
*जानो कीमत वोट की, करो सभी मतदान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Loading...