{{ आसमान बनाना है मुझे }}
बंधे पंख खोल कर , उड़ान भरना है मुझे,
सारा जहाँ मेरा अस्तित्व देख सके, वो आसमान
बनाना है मुझे
पाँव छोटे है अभी, कदम भी डगमगाते है ,
इन नन्हे-नन्हे पाँव से ही , तो पहचान बनाना है मुझे ,,
मंज़िल पे है नज़र मेरी , हौसला भी बुलंद हैं मेरी ,
अपने अंदर के हर डर से , अनजान बनाना है मुझे ,,
बहुत आएंगे मुझपे अपनी , नज़र की गंदगी डालने ,
अपने दामन को उससे साफ, रख सकू वो सम्मान
बनाना है मुझे ,,
हर खुशी को जिसने मुझपे , है कुर्बान किया ,,
उस सृजनकर्ता का , अभिमान बनाना है मुझे ,,
हर एक कि ज़ुबा पे हो ,मेरे सफ़र की कहानी ,
नही जीना अब दब के , कामयाबी का मुक़ाम
बनाना है मुझे ,,