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4 May 2024 · 1 min read

आशिकी

तेरा आशिक ज़माना है ।
ये किस्सा भी पुराना है ।
तू मेरे इश्क़ में पागल ।
ये मैंने आज जाना है ।
कभी पूरब कभी पश्चिम।
ये पंक्षी ठिकाना है ।
तेरी आंखों को देखने के लिए।
सारा शहर दिवाना है ।
तुझे देखे अगर कोई।
तो जलता ये परवाना है।
मेरी तो जान है तुझमें ।
मुझे तुझको ही पाना है । ।
Phool gufran

Language: Hindi
1 Like · 47 Views

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