Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 May 2024 · 1 min read

आवाज

न जानें क्यूं कहा हमसे उन्होंने आज
उनकी आवाज से मिलादें अपनी आवाज
काश कि वो हमें अब चाहने लगे हैं,
शायद तभी थी उनकी ये आरजू भरी आवाज |
उनकी ये आरजू , आरजू हमारी भी है
कैसे मिलती है मगर ये आवाज |
मुमकिन तो है आवाज़ों से जहन मिल जाएं,
और मुहब्बत बन जाए ये आवाज |
हम मिला तो दें उनकी आवाज से अपनी आवाज
मगर यूं खो न दें हम अपनी आवाज |

52 Views

You may also like these posts

"भोर की आस" हिन्दी ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मेरी कलम कविता
मेरी कलम कविता
OM PRAKASH MEENA
🥀✍ *अज्ञानी की*🥀
🥀✍ *अज्ञानी की*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
मतदान करो मतदान करो
मतदान करो मतदान करो
इंजी. संजय श्रीवास्तव
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
मेरे दर तक तूफां को जो आना था।
मेरे दर तक तूफां को जो आना था।
Manisha Manjari
संवेदना का कवि
संवेदना का कवि
Shweta Soni
मेंहदी
मेंहदी
लक्ष्मी सिंह
जो दिमाग़ तुमसे करवाना चाहता है वो तुम दिल से कर नहीं पाओगे,
जो दिमाग़ तुमसे करवाना चाहता है वो तुम दिल से कर नहीं पाओगे,
Ravi Betulwala
कहां कहां ढूंढू तुझे मैं गज़लों में,
कहां कहां ढूंढू तुझे मैं गज़लों में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मेरे भी अध्याय होंगे
मेरे भी अध्याय होंगे
Suryakant Dwivedi
प्यार करें भी तो किससे, हर जज़्बात में खलइश है।
प्यार करें भी तो किससे, हर जज़्बात में खलइश है।
manjula chauhan
..
..
*प्रणय*
क्या लिखूं
क्या लिखूं
MEENU SHARMA
*📌 पिन सारे कागज़ को*
*📌 पिन सारे कागज़ को*
Santosh Shrivastava
!! युवा !!
!! युवा !!
Akash Yadav
अजनबी !!!
अजनबी !!!
Shaily
मन की ताकत
मन की ताकत
पूर्वार्थ
तेरे होने से ही तो घर, घर है
तेरे होने से ही तो घर, घर है
Dr Archana Gupta
सजा दे ना आंगन फूल से रे माली
सजा दे ना आंगन फूल से रे माली
Basant Bhagawan Roy
हैंगर में टंगे सपने ....
हैंगर में टंगे सपने ....
sushil sarna
याद रख इस दुनिया में माँ-बाप के
याद रख इस दुनिया में माँ-बाप के
Sunny kumar kabira
एक इश्क में डूबी हुई लड़की कभी भी अपने आशिक दीवाने लड़के को
एक इश्क में डूबी हुई लड़की कभी भी अपने आशिक दीवाने लड़के को
Rj Anand Prajapati
जमाने के तजुर्बे ने
जमाने के तजुर्बे ने
RAMESH SHARMA
बसपन में सोचते थे
बसपन में सोचते थे
Ishwar
अधूरा ज्ञान
अधूरा ज्ञान
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
हर ख़ुशी तुम पे वार जायेंगे।
हर ख़ुशी तुम पे वार जायेंगे।
Dr fauzia Naseem shad
नैन मटकका और कहीं मिलना जुलना और कहीं
नैन मटकका और कहीं मिलना जुलना और कहीं
Dushyant Kumar Patel
"मुझे देखकर फूलों ने"
Dr. Kishan tandon kranti
चूल्हे की रोटी
चूल्हे की रोटी
प्रीतम श्रावस्तवी
Loading...