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5 Aug 2023 · 1 min read

आवाजों की गूंज

खामोश हूं मैं पर
मुझे आवाजों की गूंज सुनाई पड़ रही है
तेरा साया
मेरे करीब से गुजरता हुआ फिर
मुझे छोड़कर कहीं दूर जाता हुआ
आहिस्ता आहिस्ता खामोश होता जाता है
उसकी आवाज तो हमेशा के लिए
खो जाती है
कभी न फिर सुनाई पड़ने के लिए।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
199 Views
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