Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jun 2022 · 1 min read

*आवागमन से मुक्त प्रभु करना (भक्ति गीत)*

आवागमन से मुक्त प्रभु करना (भक्ति गीत)
—————————————-
बहुत भटका है मन ,आवागमन से मुक्त प्रभु करना
(1)
न जाने जन्म कितने ही मिले संबंध अपनाए
हजारों पाश माया-मोह-ममता के घिरे पाए
हमारी चेतना सर्वस्व ,चरणों में सदा धरना
(2)
जो अंतिम सॉंस आए तो ,तुम्हारी छवि निहारें हम
न कोई प्यास रह जाए ,नहीं बाजी को हारें हम
मिटाना देह के सब चक्र ,फिर जीना न हो मरना
(3)
मिले वह शांति मृदु हमको ,जो जग के कब निवासों में
हमें अमरत्व वह देना ,नहीं जो मर्त्य सॉंसों में
अभी हम बूॅंद हैं सागर असीमित हे प्रभो भरना
बहुत भटका है मन ,आवागमन से मुक्त प्रभु करना
—————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा ,रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

296 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
सिंदूर..
सिंदूर..
Ranjeet kumar patre
अड़चन
अड़चन
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
मेरी फितरत है बस मुस्कुराने की सदा
मेरी फितरत है बस मुस्कुराने की सदा
VINOD CHAUHAN
(14) जान बेवजह निकली / जान बेवफा निकली
(14) जान बेवजह निकली / जान बेवफा निकली
Kishore Nigam
*स्वर्ग लोक से चलकर गंगा, भारत-भू पर आई (गीत)*
*स्वर्ग लोक से चलकर गंगा, भारत-भू पर आई (गीत)*
Ravi Prakash
नज़ारे स्वर्ग के लगते हैं
नज़ारे स्वर्ग के लगते हैं
Neeraj Agarwal
क्रिकेट
क्रिकेट
World Cup-2023 Top story (विश्वकप-2023, भारत)
2938.*पूर्णिका*
2938.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
संवेदनहीन प्राणियों के लिए अपनी सफाई में कुछ कहने को होता है
संवेदनहीन प्राणियों के लिए अपनी सफाई में कुछ कहने को होता है
Shweta Soni
पूरा पूरा हिसाब है जनाब
पूरा पूरा हिसाब है जनाब
shabina. Naaz
बदलते रिश्ते
बदलते रिश्ते
Sanjay ' शून्य'
मैंने किस्सा बदल दिया...!!
मैंने किस्सा बदल दिया...!!
Ravi Betulwala
छोड़ दो
छोड़ दो
Pratibha Pandey
जय भोलेनाथ ।
जय भोलेनाथ ।
Anil Mishra Prahari
कान्हा को समर्पित गीतिका
कान्हा को समर्पित गीतिका "मोर पखा सर पर सजे"
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
सकारात्मक सोच
सकारात्मक सोच
Neelam Sharma
जब याद सताएगी,मुझको तड़पाएगी
जब याद सताएगी,मुझको तड़पाएगी
कृष्णकांत गुर्जर
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
*मन के मीत किधर है*
*मन के मीत किधर है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मात्र एक पल
मात्र एक पल
Ajay Mishra
तेरी - मेरी कहानी, ना होगी कभी पुरानी
तेरी - मेरी कहानी, ना होगी कभी पुरानी
The_dk_poetry
#मुक्तक
#मुक्तक
*प्रणय प्रभात*
" जुल्म "
Dr. Kishan tandon kranti
नहीं आया कोई काम मेरे
नहीं आया कोई काम मेरे
gurudeenverma198
रेस का घोड़ा
रेस का घोड़ा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
रुकना हमारा काम नहीं...
रुकना हमारा काम नहीं...
AMRESH KUMAR VERMA
"भँडारे मेँ मिलन" हास्य रचना
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
कुछ करा जाये
कुछ करा जाये
Dr. Rajeev Jain
बाल कविता: मेरा कुत्ता
बाल कविता: मेरा कुत्ता
Rajesh Kumar Arjun
गुजरा वक्त।
गुजरा वक्त।
Taj Mohammad
Loading...