*आर्य समाज (मुक्तक)*
आर्य समाज (मुक्तक)
__________________________________
मिला देश को जिसके कारण,अमृत-भरा स्वराज है
जिसके बल पर चारों वेदों की गूॅंजी आवाज है
दयानंद की योग-त्याग-तप की पावन कृति सुंदर
धन्य-धन्य वह लिए ओम का झंडा आर्य समाज है
——————————————————–
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451