आरएसएस नंगा नाच रहा ।
लोकतंत्र पर देखो भाई
आरएसएस नंगा नाच रहा
अपनी बात को रखने पर
खुले में पिटवा रहा
रोहित ऊना की घटनाओं को
नित्य रोज दोहरा रहा
सहारनपुर की जब बारी आई तो
माइक हाथ से छिनवा रहा
बाबा साहेब का नाम ले लेकर
संविधान की धज्जियां उड़ा रहा ।
शब्बीर पुर पर जब बोली मायावती जी
तो सभापति से चुप करवा रहा ।
लोकतंत्र की हत्या करके
देखो आरएसएस नंगा नाच रहा ।