Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jan 2022 · 1 min read

आया है पर्व अब अनोखा मत दो किसी को धोखा

आया है पर्व अब अनोखा
मत दो किसी को धोखा
खाते हैं सब लाल चूड़ा
ठंडी के मौसम में
मकर संक्रांति
दिनभर पतंग उड़ाता हूं
दही चुरा का आनंद उठाता हूं
आया है पर्व अनोखा
मत दो किसी को धोखा

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 296 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हाय गरीबी जुल्म न कर
हाय गरीबी जुल्म न कर
कृष्णकांत गुर्जर
रिश्तो को कायम रखना चाहते हो
रिश्तो को कायम रखना चाहते हो
Harminder Kaur
-- जिंदगी तो कट जायेगी --
-- जिंदगी तो कट जायेगी --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
कल्पना एवं कल्पनाशीलता
कल्पना एवं कल्पनाशीलता
Shyam Sundar Subramanian
कोई तो है
कोई तो है
ruby kumari
भूखे भेड़िए
भूखे भेड़िए
Shekhar Chandra Mitra
किस्मत भी न जाने क्यों...
किस्मत भी न जाने क्यों...
डॉ.सीमा अग्रवाल
■ सीधी बात...
■ सीधी बात...
*Author प्रणय प्रभात*
तू सीमा बेवफा है
तू सीमा बेवफा है
gurudeenverma198
"चाँदनी रातें"
Pushpraj Anant
सावन भादो
सावन भादो
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
फितरत या स्वभाव
फितरत या स्वभाव
विजय कुमार अग्रवाल
रामभक्त शिव (108 दोहा छन्द)
रामभक्त शिव (108 दोहा छन्द)
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
सफलता का एक ही राज ईमानदारी, मेहनत और करो प्रयास
सफलता का एक ही राज ईमानदारी, मेहनत और करो प्रयास
Ashish shukla
दोहा त्रयी. . . सन्तान
दोहा त्रयी. . . सन्तान
sushil sarna
खुद के होते हुए भी
खुद के होते हुए भी
Dr fauzia Naseem shad
प्यासा पानी जानता,.
प्यासा पानी जानता,.
Vijay kumar Pandey
नन्ही परी चिया
नन्ही परी चिया
Dr Archana Gupta
हवलदार का करिया रंग (हास्य कविता)
हवलदार का करिया रंग (हास्य कविता)
दुष्यन्त 'बाबा'
"सम्भव"
Dr. Kishan tandon kranti
गाँव से चलकर पैदल आ जाना,
गाँव से चलकर पैदल आ जाना,
Anand Kumar
*घुटन बहुत है बरसो बादल(हिंदी गजल/गीतिका)*
*घुटन बहुत है बरसो बादल(हिंदी गजल/गीतिका)*
Ravi Prakash
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
चला रहें शिव साइकिल
चला रहें शिव साइकिल
लक्ष्मी सिंह
वो लुका-छिपी वो दहकता प्यार—
वो लुका-छिपी वो दहकता प्यार—
Shreedhar
आस नहीं मिलने की फिर भी,............ ।
आस नहीं मिलने की फिर भी,............ ।
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
माटी में है मां की ममता
माटी में है मां की ममता
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
करके ये वादे मुकर जायेंगे
करके ये वादे मुकर जायेंगे
Gouri tiwari
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
ईश्वर की महिमा...…..….. देवशयनी एकादशी
ईश्वर की महिमा...…..….. देवशयनी एकादशी
Neeraj Agarwal
Loading...