Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Aug 2024 · 1 min read

आप मुझको

बदलना अगर नहीं चाहूँ ,
आप मुझको बदल नहीं सकते ।
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 104 Views
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

विषय सूची
विषय सूची
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
जीवन बिता रहे है मजदूर मुफलिसी का ।
जीवन बिता रहे है मजदूर मुफलिसी का ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
हम–तुम एक नदी के दो तट हो गए– गीत
हम–तुम एक नदी के दो तट हो गए– गीत
Abhishek Soni
जय गणेश देवा
जय गणेश देवा
Santosh kumar Miri
आवारापन एक अमरबेल जैसा जब धीरे धीरे परिवार, समाज और देश रूपी
आवारापन एक अमरबेल जैसा जब धीरे धीरे परिवार, समाज और देश रूपी
Sanjay ' शून्य'
चाँद तो चाँद रहेगा
चाँद तो चाँद रहेगा
shabina. Naaz
चांद , क्यों गुमसुम सा बैठा है।
चांद , क्यों गुमसुम सा बैठा है।
Radha Bablu mishra
माटी तेल कपास की...
माटी तेल कपास की...
डॉ.सीमा अग्रवाल
नेता पलटू राम
नेता पलटू राम
Jatashankar Prajapati
जब हृदय में ..छटपटा- जाती.. कोई पीड़ा पुरानी...
जब हृदय में ..छटपटा- जाती.. कोई पीड़ा पुरानी...
Priya Maithil
कभी
कभी
PRATIK JANGID
युद्ध घोष
युद्ध घोष
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
जय मां शारदे
जय मां शारदे
Anil chobisa
.पुराना कुछ भूलने के लिए
.पुराना कुछ भूलने के लिए
पूर्वार्थ
4036.💐 *पूर्णिका* 💐
4036.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
बेशर्मी से रात भर,
बेशर्मी से रात भर,
sushil sarna
कहां याद कर पाते हैं
कहां याद कर पाते हैं
शिवम राव मणि
*रामपुर के गौरवशाली व्यक्तित्व*
*रामपुर के गौरवशाली व्यक्तित्व*
Ravi Prakash
* लक्ष्य सही होना चाहिए।*
* लक्ष्य सही होना चाहिए।*
नेताम आर सी
वक़्त होता
वक़्त होता
Dr fauzia Naseem shad
वृंदावन की कुंज गलियां
वृंदावन की कुंज गलियां
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
बस चार ही है कंधे
बस चार ही है कंधे
Rituraj shivem verma
आर्टिकल 18
आर्टिकल 18
Dr. Kishan tandon kranti
यूं साया बनके चलते दिनों रात कृष्ण है
यूं साया बनके चलते दिनों रात कृष्ण है
Ajad Mandori
दीप का सच
दीप का सच
Neeraj Agarwal
कल्पित एक भोर पे आस टिकी थी, जिसकी ओस में तरुण कोपल जीवंत हुए।
कल्पित एक भोर पे आस टिकी थी, जिसकी ओस में तरुण कोपल जीवंत हुए।
Manisha Manjari
जो घटनाएं घटित हो रही हैं...
जो घटनाएं घटित हो रही हैं...
Ajit Kumar "Karn"
तुम यह अच्छी तरह जानते हो
तुम यह अच्छी तरह जानते हो
gurudeenverma198
आज फिर खिड़की पर बारिश हो रही है।
आज फिर खिड़की पर बारिश हो रही है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
तेवरीः एक संकल्प-चेतना की अभिव्यक्ति + शिवकुमार थदानी
तेवरीः एक संकल्प-चेतना की अभिव्यक्ति + शिवकुमार थदानी
कवि रमेशराज
Loading...