Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Feb 2021 · 2 min read

आपदाओं के बीच जीए गये ये दसक!

जनवरी से लेकर दिसंबर का अंतराल,
बीतते गए साल दर साल,
होती रही है वर्ष भर ऐसी हलचल,
एक ऐसा सच अविचल अटल।

कनोडिया गाड़ की झील से लेकर,(उत्तरकाशी में बनी ७८की झील)
रैणी गांव के निकट टूटते ग्लेशियर तक,(चमोली में घटित हुई घटना)
केदारनाथ में जलप्रपात का विध्वंश
हर बार बाढ़ की विभीषिका का दंश,
झेलते रहे हैं आपदाएं निर्शंस।

पहाड़ चाहे मालपा का टूटा हो,
या हाल फिलहाल रैणी गांव का,
जाने तो गई है बेखबर इंसानों की,
या फिर निरपराध जंगली जानवरों की।

हासिल क्या किया है इससे हमने,
कुछ बिजली कंपनियों की टरनलें,
या कुछ लोगों की जीविका के लिए काम,
या फिर खेत खलिहानों का लगाते दाम।

आज आम हो गया यह दावा,
विकास के लिए कर रहे हैं छलावा,
कितनी सरकारें आईं और चली गई,
ना गई तो इनकी रवायतें नहीं गई।

दिखाते रहे हर बार सपने पर सपना,
खुशहाल होगा हर नागरिक अपना,
लेकिन यहां तो जान के लाले पड़ गए हैं,
हम तो बस अभी तक अपनी किस्मत से जी रहे हैं।

वर्ना कब आ जाए कोई भीषण आपदा,
हम नहीं जानते,
कब आ जाए कोई बड़ा सा भूकंप,हम नहीं जानते,
कब दरक जाए कोई ग्लेशियर हम नहीं जानते,
कब टूट जाए कोई पहाड़ हम नहीं जानते,
कब आ जाएं नदियां उफान पर हम नहीं जानते,
कब बन जाएं बनों की आग बिकराल हम नहीं जानते।

बस इतना ही जान पाए हैं हम,
ये सभी घटनाएं हर साल दर साल,
अपना रौद्र रूप दिखाते रहते हैं,
कभी पहाड़ के टूटने पर,
कभी ग्लेशियर के खिसकने पर,
कभी डोलती धरती पर,
कभी उफनती बाढ़ पर,
कभी बादलों का फटना,
कभी पहाड़ों का दरकना,
कभी शीत का प्रबल रूप,
कभी बर्षा का बदलता स्वरूप,
कभी तपता भू-मंडल,
आता रहा है अदल बदल।

यह देखते देखते निकल गये चार दसक,
युवा वस्था से प्रौढ़ावस्था तक की ठसक,
और अब संन्यास की दहलीज पर की कसक,
सब कुछ चलता रहा अनवरत,
कभी कभी मिले भी हैं सुकून के कुछ पल,
दिल को गुदगुदाने की लिए हसरत,
कुछ ना कुछ होता रहा,
गुदगुदाने से लेकर,
बुदबुदाने तक
अधिकतर समय हम जूझते ही रहे,
प्राकृतिक आपदाओं से लेकर,
सामान्य ज्वर से होकर कोरोना की महामारी तक।

Language: Hindi
3 Likes · 10 Comments · 260 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Jaikrishan Uniyal
View all
You may also like:
सावित्रीबाई फुले और पंडिता रमाबाई
सावित्रीबाई फुले और पंडिता रमाबाई
Shekhar Chandra Mitra
मन में रखिए हौसला,
मन में रखिए हौसला,
Kaushal Kishor Bhatt
आहुति  चुनाव यज्ञ में,  आओ आएं डाल
आहुति चुनाव यज्ञ में, आओ आएं डाल
Dr Archana Gupta
#देकर_दगा_सभी_को_नित_खा_रहे_मलाई......!!
#देकर_दगा_सभी_को_नित_खा_रहे_मलाई......!!
संजीव शुक्ल 'सचिन'
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ/ दैनिक रिपोर्ट*
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ/ दैनिक रिपोर्ट*
Ravi Prakash
अरबपतियों की सूची बेलगाम
अरबपतियों की सूची बेलगाम
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
कौन किसकी कहानी सुनाता है
कौन किसकी कहानी सुनाता है
Manoj Mahato
हर रास्ता मुकम्मल हो जरूरी है क्या
हर रास्ता मुकम्मल हो जरूरी है क्या
कवि दीपक बवेजा
बेटियां एक सहस
बेटियां एक सहस
Tarun Singh Pawar
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
नूतन सद्आचार मिल गया
नूतन सद्आचार मिल गया
Pt. Brajesh Kumar Nayak
श्वान संवाद
श्वान संवाद
Shyam Sundar Subramanian
There is nothing wrong with slowness. All around you in natu
There is nothing wrong with slowness. All around you in natu
पूर्वार्थ
खुशियों को समेटता इंसान
खुशियों को समेटता इंसान
Harminder Kaur
Quote
Quote
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
20-चेहरा हर सच बता नहीं देता
20-चेहरा हर सच बता नहीं देता
Ajay Kumar Vimal
23/135.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/135.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बना चाँद का उड़न खटोला
बना चाँद का उड़न खटोला
Vedha Singh
औरों के संग
औरों के संग
Punam Pande
राम को कैसे जाना जा सकता है।
राम को कैसे जाना जा सकता है।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
*
*"रोटी"*
Shashi kala vyas
कहाँ है मुझको किसी से प्यार
कहाँ है मुझको किसी से प्यार
gurudeenverma198
"चिन्तन"
Dr. Kishan tandon kranti
"ଜୀବନ ସାର୍ଥକ କରିବା ପାଇଁ ସ୍ୱାଭାବିକ ହାର୍ଦିକ ସଂଘର୍ଷ ଅନିବାର୍ଯ।"
Sidhartha Mishra
सिपाहियों के दस्ता कर रहें गस्त हैं,
सिपाहियों के दस्ता कर रहें गस्त हैं,
Satish Srijan
शिक़ायत (एक ग़ज़ल)
शिक़ायत (एक ग़ज़ल)
Vinit kumar
सतत् प्रयासों से करें,
सतत् प्रयासों से करें,
sushil sarna
You never know when the prolixity of destiny can twirl your
You never know when the prolixity of destiny can twirl your
Sukoon
आकाश के सितारों के साथ हैं
आकाश के सितारों के साथ हैं
Neeraj Agarwal
"अंतर्मन में पलता
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...