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27 Aug 2024 · 1 min read

“आपकी अदालत”

“आपकी अदालत”
ज्यादा मीठा मत बन,
आँसू बहाती है ईख।
अन्याय औ’ जुल्म पर,
जितना हो सके लिख।

2 Likes · 3 Comments · 50 Views
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