आपका अनुरोध स्वागत है। यहां एक कविता है जो आपके देश की हवा क
आपका अनुरोध स्वागत है। यहां एक कविता है जो आपके देश की हवा की शक्ति को बयां करती है:
मेरे देश की हवा में भी शक्ति है,
जो बोलती है और गुनगुनाती है।
स्वतंत्रता की ध्वजा लहराती है,
वीरों की कहानियाँ सुनाती है।
सीने में जोश और दिल में जज्बा,
ये हवा है जो बहुत है ख़ास।
देशभक्ति का आग जलाती है,
हर नये दिन को रोशन करती है।
धरती की गोद में पली धूप की तरह,
ये हवा है जो बहुत है प्यारी।
जीवन को उजाला देती है,
हर रोज़ नयी उम्मीद लेती है।
उच्चवासी लौटा रंगों का रंग,
ये हवा है जो बहुत है तेज़।
संगीत की आवाज़ बनकर बजती है,
खुशियों को हर जगह फैलाती है।
मेरे देश की हवा में भी शक्ति है,
कार्तिक नितिन शर्मा