आधूरा इश्क
आधूरे रास्तों में मुझे छोड़ गए
तुम मेरे थे आज दूसरे के हो गए
कैसे तुमको बताए तुम मेरे क्या थे
दिल और जान से प्यारे जहान थे।
तुमको ना इसका इकरार होगा
जितना मुझको तुमसे प्यार होगा
तुम कहो कर दू दुनियां तेरे लिए
तुम्हारी चाहत के इंतकाम के लिए।
तुमको भुलाने का ठान लिया हूं
नई दुनिया संवारने में लगा हूं
वो सपना समझ भुला दिया है
मैंने अपना रास्ता बदल लिया है।
कर रहा हूं अपने आप दर्द बयां
कागज़ के इन वफाई पन्नों पर
अब रहा ना ये तेरा प्यार वार
मेरे दिल के इन गहराईयों पर।
बहुत आगे कदम बढ़ चुके है
किसी और के हम हो चुके है
अपने दिल का यही पैगाम है
किसी और के लिए नीलाम है।
किसी से ना शिकवा गिला है
अपनी खुशी का ऐसा असर है
खुद को ऐसे काबिल बना रहा हूं
अपनी जिंदगी को सुधार रहा हूं।