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8 Apr 2022 · 1 min read

आधुनिक द्रोणाचार्य

कुछ तो शर्म
अब करो द्रोण!
पाप का घड़ा
मत भरो द्रोण!
दलित चेतना
है क्रांति चेतना
इस चेतना से
ज़रा डरो द्रोण!
ऊब चुका है
तुमसे यह देश
चुल्लू भर पानी
में मरो द्रोण!
जो तुम पर हैं
कई पीढ़ियों से
वे सारे क़र्ज़
अब भरो द्रोण!

#बहुजन_क्रांति #जयभीम
#एकलव्य #द्रोणाचार्य

1 Like · 1 Comment · 114 Views
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