“आदिपुरुष” के नान पर
“आदिपुरुष” के नान पर
खिलवाड़ सोचा-समझा है।
प्रमाण है 6 माह पहले
फ़िल्म के टीज़र का विरोध,
जिसकी खुली अनदेखी की गई।
मंशा सुर्खी और माल बटोरने की।।
■प्रणय प्रभात■
“आदिपुरुष” के नान पर
खिलवाड़ सोचा-समझा है।
प्रमाण है 6 माह पहले
फ़िल्म के टीज़र का विरोध,
जिसकी खुली अनदेखी की गई।
मंशा सुर्खी और माल बटोरने की।।
■प्रणय प्रभात■