Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Mar 2023 · 1 min read

आत्मविश्वास

आत्मविश्वास
——————–
आइए अपने आप में
आत्मविश्वास जगाते हैं
उम्मीद की बुझती लौ को जलाते हैं।
बहुत कुछ खोया हमने
जबसे हमारा आत्मविश्वास डगमगाया।
हर वो जीत हाथ से फिसल गई मुझसे
जो मुझे मिलनी थी
मगर हार मिली और मुंह छिपाया हमनें।
फिर एक अबोध अंजाना शख्स मिला
उसने मुझे देखा परखा
मेरी परेशानी को समझा
मुझे एक बार फिर जैसे सोते से उठाया
बड़े बुजुर्ग की तरह दुलारा
और फिर मेरे सो चुके आत्मविश्वास को जगाया।
मैं भी जैसे सोते से जाग गया
अपना खोया आत्मविश्वास वापस पा लिया
उस अबोध से वादा भी किया
अब जो भी हो जाये
अपने आत्मविश्वास को सोने नहीं दूंगा
जीवन पथ पर आत्मविश्वास के साथ ही
अब सदा ही आगे बढूंगा।

सुधीर श्रीवास्तव
गोण्डा उत्तर प्रदेश
© मौलिक स्वरचित

Language: Hindi
1 Like · 228 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
क्या जलाएगी मुझे यह, राख झरती ठाँव मधुरे !
क्या जलाएगी मुझे यह, राख झरती ठाँव मधुरे !
Ashok deep
चंद्रयान ने चांद से पूछा, चेहरे पर ये धब्बे क्यों।
चंद्रयान ने चांद से पूछा, चेहरे पर ये धब्बे क्यों।
सत्य कुमार प्रेमी
ग़ज़ल(ये शाम धूप के ढलने के बाद आई है)
ग़ज़ल(ये शाम धूप के ढलने के बाद आई है)
डॉक्टर रागिनी
कलियुगी रिश्ते!
कलियुगी रिश्ते!
Saransh Singh 'Priyam'
कुछ लोग तुम्हारे हैं यहाँ और कुछ लोग हमारे हैं /लवकुश यादव
कुछ लोग तुम्हारे हैं यहाँ और कुछ लोग हमारे हैं /लवकुश यादव "अज़ल"
लवकुश यादव "अज़ल"
किसी भी रूप में ढ़ालो ढ़लेगा प्यार से झुककर
किसी भी रूप में ढ़ालो ढ़लेगा प्यार से झुककर
आर.एस. 'प्रीतम'
श्रंगार के वियोगी कवि श्री मुन्नू लाल शर्मा और उनकी पुस्तक
श्रंगार के वियोगी कवि श्री मुन्नू लाल शर्मा और उनकी पुस्तक " जिंदगी के मोड़ पर " : एक अध्ययन
Ravi Prakash
गंगा- सेवा के दस दिन (छठा दिन)
गंगा- सेवा के दस दिन (छठा दिन)
Kaushal Kishor Bhatt
सिंदूर..
सिंदूर..
Ranjeet kumar patre
प्यार है नही
प्यार है नही
SHAMA PARVEEN
एक बार नहीं, हर बार मैं
एक बार नहीं, हर बार मैं
gurudeenverma198
"इबारत"
Dr. Kishan tandon kranti
संस्कार संयुक्त परिवार के
संस्कार संयुक्त परिवार के
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
पुष्प
पुष्प
Dinesh Kumar Gangwar
पाती प्रभु को
पाती प्रभु को
Saraswati Bajpai
The Moon and Me!!
The Moon and Me!!
Rachana
राम सीता लक्ष्मण का सपना
राम सीता लक्ष्मण का सपना
Shashi Mahajan
इंडियन सेंसर बोर्ड
इंडियन सेंसर बोर्ड
*प्रणय प्रभात*
"Let us harness the power of unity, innovation, and compassi
Rahul Singh
गुरुकुल भारत
गुरुकुल भारत
Sanjay ' शून्य'
अगर
अगर
Shweta Soni
“ फौजी और उसका किट ” ( संस्मरण-फौजी दर्शन )
“ फौजी और उसका किट ” ( संस्मरण-फौजी दर्शन )
DrLakshman Jha Parimal
रक्षा बंधन
रक्षा बंधन
Raju Gajbhiye
परिवार होना चाहिए
परिवार होना चाहिए
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
" रे, पंछी पिंजड़ा में पछताए "
Chunnu Lal Gupta
स्तुति - दीपक नीलपदम्
स्तुति - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
बलिदान
बलिदान
Shyam Sundar Subramanian
माना अपनी पहुंच नहीं है
माना अपनी पहुंच नहीं है
महेश चन्द्र त्रिपाठी
।।बचपन के दिन ।।
।।बचपन के दिन ।।
Shashi kala vyas
शिव मिल शिव बन जाता
शिव मिल शिव बन जाता
Satish Srijan
Loading...