Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Nov 2020 · 1 min read

-आत्मनिर्भर भारत

सब अपने पथ को उदभासित कर लो,
चमकीली किरणों से जीवन को भर लो,
निर्भर भारत में अपना हिस्सा कर लो,
नहीं रहे किसी पर आश्रित, गांठ बांध लो,

तू अपनी मदद के लिए हमेशा मत कर गुहार,
हो खुद पर निर्भर , बरसेगी खुशियों की बहार,
हो आत्मनिर्भर इंसान,हो जाएगी मुश्किल आसान,
नहीं ताकेंगे मुंह किसी ,बस कर्तव्य का रहें ध्यान,
बात अपनी आन की हो या अपने देश के शान हो,
उपलब्ध हो अपने साधन,फिर दूसरे क्या औकात हो!!
अपने हुनर को पहचानो,आयात की जगह निर्यात बढ़ाओ,
,हर युवा होए सफल बेरोजगारी का नाम नहीं आने दो,
अपना तो सपना ,सोना जैसे खरा हो कल अपना,
मौका दिया कोरोना ने,आत्मनिर्भर सबको बनने का,
सफल हुआ देश हमारा,इस महामारी से निपटने का,
पी पी किट, वेंटिलेटर अब हमारे देश की बने उपज,
ठान लिया सबने, हर क्षेत्र में हों हमारा भारत आत्मनिर्भर,
कमी नहीं है इच्छा शक्ति, कार्य कुशलता की,
पहचानो देश के नौजवानों ! जरूरत है आगे आने की,
सोने की चिड़िया था जब भारत….
जागो,पहचानो…
हुनर से अपने.. फिर से भारत को सोने की चिड़िया बना डालो,
अपने साथ अपने देश का नाम सबसे ऊपर आने दो,
‘मेक इन इंडिया’को पूरी तरह साकार हो जाने दो।

– सीमा गुप्ता

Language: Hindi
2 Likes · 475 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*आज बड़े अरसे बाद खुद से मुलाकात हुई हैं ।
*आज बड़े अरसे बाद खुद से मुलाकात हुई हैं ।
Ashwini sharma
आज का दौर
आज का दौर
Shyam Sundar Subramanian
खाली पैमाना
खाली पैमाना
ओनिका सेतिया 'अनु '
🙅आज का ज्ञान🙅
🙅आज का ज्ञान🙅
*प्रणय*
3540.💐 *पूर्णिका* 💐
3540.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
हनुमान जी के गदा
हनुमान जी के गदा
Santosh kumar Miri
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मात्र नाम नहीं तुम
मात्र नाम नहीं तुम
Mamta Rani
An Evening
An Evening
goutam shaw
स्तंभ बिन संविधान
स्तंभ बिन संविधान
Mahender Singh
संवाद होना चाहिए
संवाद होना चाहिए
संजय कुमार संजू
वेलेंटाइन डे बिना विवाह के सुहागरात के समान है।
वेलेंटाइन डे बिना विवाह के सुहागरात के समान है।
Rj Anand Prajapati
राजनीती
राजनीती
Bodhisatva kastooriya
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
बातों में उस बात का,
बातों में उस बात का,
sushil sarna
प्रकृति
प्रकृति
Mangilal 713
,✍️फरेब:आस्तीन के सांप बन गए हो तुम...
,✍️फरेब:आस्तीन के सांप बन गए हो तुम...
पं अंजू पांडेय अश्रु
नव्य द्वीप का रहने वाला
नव्य द्वीप का रहने वाला
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
कितनी बूंदों से मिलकर
कितनी बूंदों से मिलकर
पूर्वार्थ
79kingpress
79kingpress
79kingpress
जमाना खराब है
जमाना खराब है
Ritu Asooja
मुक्तक
मुक्तक
Neelofar Khan
सावन
सावन
Dr Archana Gupta
माँ
माँ
Vijay kumar Pandey
अपनी सरहदें जानते है आसमां और जमीन...!
अपनी सरहदें जानते है आसमां और जमीन...!
Aarti sirsat
जीवन की रंगीनियत
जीवन की रंगीनियत
Dr Mukesh 'Aseemit'
"लम्हा इंतजार का"
Dr. Kishan tandon kranti
जो तुम्हारी ख़ामोशी से तुम्हारी तकलीफ का अंदाजा न कर सके उसक
जो तुम्हारी ख़ामोशी से तुम्हारी तकलीफ का अंदाजा न कर सके उसक
इशरत हिदायत ख़ान
वैसे अपने अपने विचार है
वैसे अपने अपने विचार है
शेखर सिंह
सारी दुनिया समझ नहीं सकती ,
सारी दुनिया समझ नहीं सकती ,
Dr fauzia Naseem shad
Loading...