-आत्मनिर्भर भारत
सब अपने पथ को उदभासित कर लो,
चमकीली किरणों से जीवन को भर लो,
निर्भर भारत में अपना हिस्सा कर लो,
नहीं रहे किसी पर आश्रित, गांठ बांध लो,
तू अपनी मदद के लिए हमेशा मत कर गुहार,
हो खुद पर निर्भर , बरसेगी खुशियों की बहार,
हो आत्मनिर्भर इंसान,हो जाएगी मुश्किल आसान,
नहीं ताकेंगे मुंह किसी ,बस कर्तव्य का रहें ध्यान,
बात अपनी आन की हो या अपने देश के शान हो,
उपलब्ध हो अपने साधन,फिर दूसरे क्या औकात हो!!
अपने हुनर को पहचानो,आयात की जगह निर्यात बढ़ाओ,
,हर युवा होए सफल बेरोजगारी का नाम नहीं आने दो,
अपना तो सपना ,सोना जैसे खरा हो कल अपना,
मौका दिया कोरोना ने,आत्मनिर्भर सबको बनने का,
सफल हुआ देश हमारा,इस महामारी से निपटने का,
पी पी किट, वेंटिलेटर अब हमारे देश की बने उपज,
ठान लिया सबने, हर क्षेत्र में हों हमारा भारत आत्मनिर्भर,
कमी नहीं है इच्छा शक्ति, कार्य कुशलता की,
पहचानो देश के नौजवानों ! जरूरत है आगे आने की,
सोने की चिड़िया था जब भारत….
जागो,पहचानो…
हुनर से अपने.. फिर से भारत को सोने की चिड़िया बना डालो,
अपने साथ अपने देश का नाम सबसे ऊपर आने दो,
‘मेक इन इंडिया’को पूरी तरह साकार हो जाने दो।
– सीमा गुप्ता