— आते जाते —
आते जाते हस्ते गाते
जिन्दगी गुजर ही जाए
दिल में उठे थे अरमान
वो भी संभल ही जाएँ
दिन गुजर गया रात भी
गुजर ही बस जाए
तेरा ख्याल दिल में
रह रह कर आ ही जाए
खुबसूरत सा वो पल
महक अपनी छोड़ जाए
मंजर हो प्यार भरा
तेरी आहाट से ही निखर जाए
अजीत कुमार तलवार
मेरठ