आती हैं बाधाएं आ जाएं, नहीं हार कर बैठ जाते हैं
आती हैं बाधाएं आ जाएं,
नहीं हार कर बैठ जाते हैं
अपने सपनों को नहीं, हरगिज भुलाते हैं
अटल है यादें अटल जी की
वे अक्सर याद आते हैं
साफ-सुथरी राजनीति,
भाषण याद आते हैं
हर गांव तक पक्की सड़क से,
वे जोड़ जाते हैं
देश की रक्षा के खातिर,
परमाणु बम फोड़ जाते हैं
देश की एकता अदभुद,
स्वर्णिम चतुर्भुज में सजाते हैं
स्वप्न देखा था, नदियों को मिलाने का
एक दिन पूरा करेंगे, नहीं हम भूल पाते हैं
नहीं भूलेंगे वह सपना,
अटल जी याद दिलाते हैं
बहुत वे याद आते हैं