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3 Nov 2022 · 1 min read

*आतिशबाजी (कुंडलिया)*

आतिशबाजी (कुंडलिया)
■■■■■■■■■■■■■■■■■
आतिशबाजी से हुआ , पर्यावरण अशुद्ध
अब इसके प्रतिबंध पर ,सोचें लोग प्रबुद्ध
सोचें लोग प्रबुद्ध , श्रंखला रोज बनाएँ
मिलकर करें विचार , बुरा इसको ठहराएँ
कहते रवि कविराय ,करें जन-जन को राजी
बन जाए कानून , बंद हो आतिशबाजी
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””'”‘”‘
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

1 Like · 188 Views
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