Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Aug 2023 · 1 min read

बिटिया (ब्रजभाषा रसिया)

🦚
बिटिया
०००००००
बिटिया लगै मात कूँ प्यारी , पितु की‌ राजदुलारी रे ।।
राजदुलारी रे पितु की राजदुलारी रे ।।

जा घर में बेटी नाय होवै, लागै सूनौ-सूनौ ,
लाड़ो के भागन भंडारौ, भरै रात दिन दूनौ ,
बाबुल घर तुलसी बिरवा सी , राजकुमारी रे ।
बिटिया लगै मात कूँ प्यारी , पितु की‌ राजदुलारी रे ।।१

छम-छम डोलै जब आँगन में अमरत सौ बरसै रे ,
सुन लाली‌ के बैन तोतले, सूखौ मन सरसै रे ,
कन्या देवी अंश नौरता पुजैं कुमारी रे ।
बिटिया लगै मात कूँ प्यारी , पितु की‌ राजदुलारी रे ।।२

कहीं उगै जा कहीं रुपै है , चिड़िया सी उड़़ जावै ,
पारी पोसी विदा होय जब रोवै और रुवावै ,
बाबुल सिसकै मैया बिलखै, भर सिसकारी रे ।
बिटिया लगै मात कूँ प्यारी , पितु की‌ राजदुलारी रे ।।३

पीहर होय परायौ जब ई जाय सासरे अपने ,
कन्यादान करें हाथन ते , पूरे होवैं सपने ,
महादान कन्या को होवै, अति सुखकारी रे ।
बिटिया लगै मात कूँ प्यारी , पितु की‌ राजदुलारी रे ।।४

बेटी-बहन मात रूपा हैं, इनकौ मान करौ रे ,
इज्जत इनकूँ देउ ठीकरी, आँखन नाय धरौ रे ,
बुरी नजर मत तकौ , पाप लागै अति भारी रे ।
बिटिया लगै मात कूँ प्यारी , पितु की‌ राजदुलारी रे ।।५

बेटी राधा बेटी सीता , बेटी लछमी मैया ,
बेटी गंगा , बेटी जमना , बेटी सोन चिरैया ,
बेटी तौ घर की गैया सी भोरी-भारी रे ।
बिटिया लगै मात कूँ प्यारी , पितु की‌ राजदुलारी रे ।।६
०००
🦚
महेश जैन ‘ज्योति,
मथुरा ।
***
🪴🪴🪴

Language: Hindi
1 Like · 84 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahesh Jain 'Jyoti'
View all
You may also like:
*वो बीता हुआ दौर नजर आता है*(जेल से)
*वो बीता हुआ दौर नजर आता है*(जेल से)
Dushyant Kumar
मयस्सर नहीं अदब..
मयस्सर नहीं अदब..
Vijay kumar Pandey
फुटपाथ
फुटपाथ
Prakash Chandra
*घुटन बहुत है बरसो बादल(हिंदी गजल/गीतिका)*
*घुटन बहुत है बरसो बादल(हिंदी गजल/गीतिका)*
Ravi Prakash
चार दिन की जिंदगी मे किस कतरा के चलु
चार दिन की जिंदगी मे किस कतरा के चलु
Sampada
अब समन्दर को सुखाना चाहते हैं लोग
अब समन्दर को सुखाना चाहते हैं लोग
Shivkumar Bilagrami
vah kaun hai?
vah kaun hai?
ASHISH KUMAR SINGH
एडमिन क हाथ मे हमर सांस क डोरि अटकल अछि  ...फेर सेंसर ..
एडमिन क हाथ मे हमर सांस क डोरि अटकल अछि ...फेर सेंसर .."पद्
DrLakshman Jha Parimal
दिखता नही किसी को
दिखता नही किसी को
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
"मन बावरा"
Dr. Kishan tandon kranti
शादी की अंगूठी
शादी की अंगूठी
Sidhartha Mishra
बोलो!... क्या मैं बोलूं...
बोलो!... क्या मैं बोलूं...
Santosh Soni
हर तरफ़ आज दंगें लड़ाई हैं बस
हर तरफ़ आज दंगें लड़ाई हैं बस
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
बाप के ब्रह्मभोज की पूड़ी
बाप के ब्रह्मभोज की पूड़ी
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
लतियाते रहिये
लतियाते रहिये
विजय कुमार नामदेव
जिंदगी की खोज
जिंदगी की खोज
CA Amit Kumar
■ आज की मांग
■ आज की मांग
*Author प्रणय प्रभात*
नये गीत गायें
नये गीत गायें
Arti Bhadauria
आसमान तक पहुंचे हो धरती पर हो पांव
आसमान तक पहुंचे हो धरती पर हो पांव
नूरफातिमा खातून नूरी
किसी को फर्क भी नही पड़ता
किसी को फर्क भी नही पड़ता
पूर्वार्थ
श्राद्ध
श्राद्ध
Mukesh Kumar Sonkar
सुध जरा इनकी भी ले लो ?
सुध जरा इनकी भी ले लो ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
ज़ब जीवन मे सब कुछ सही चल रहा हो ना
ज़ब जीवन मे सब कुछ सही चल रहा हो ना
शेखर सिंह
अब देर मत करो
अब देर मत करो
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
किसी मोड़ पर अब रुकेंगे नहीं हम।
किसी मोड़ पर अब रुकेंगे नहीं हम।
surenderpal vaidya
बिल्ली
बिल्ली
Manu Vashistha
तब तो मेरा जीवनसाथी हो सकती हो तुम
तब तो मेरा जीवनसाथी हो सकती हो तुम
gurudeenverma198
Meditation
Meditation
Ravikesh Jha
राजनीति
राजनीति
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Loading...