Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Oct 2024 · 1 min read

“आठवाँ अजूबा “

“आठवाँ अजूबा ”
ये आठवाँ अजूबा नहीं तो और क्या है कि लोग अपने सुख का त्याग कर देते हैं, लेकिन अपने दुःख का नहीं। जो अपने दुःख का त्याग नहीं कर सकता, वो जिन्दगी में कुछ नहीं कर सकता।

2 Likes · 3 Comments · 22 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
एक
एक
*प्रणय प्रभात*
दोस्ती में हम मदद करते थे अपने यार को।
दोस्ती में हम मदद करते थे अपने यार को।
सत्य कुमार प्रेमी
करम के नांगर  ला भूत जोतय ।
करम के नांगर ला भूत जोतय ।
Lakhan Yadav
कौड़ी के भाव ले के दुआ
कौड़ी के भाव ले के दुआ
अरशद रसूल बदायूंनी
*राधा-राधा रटते कान्हा, बंसी की तान सुनाते हैं (राधेश्यामी छ
*राधा-राधा रटते कान्हा, बंसी की तान सुनाते हैं (राधेश्यामी छ
Ravi Prakash
होश संभालता अकेला प्राण
होश संभालता अकेला प्राण
©️ दामिनी नारायण सिंह
मिजाज मेरे गांव की....
मिजाज मेरे गांव की....
Awadhesh Kumar Singh
" मेरी ओकात क्या"
भरत कुमार सोलंकी
जिंदगी उधार की, रास्ते पर आ गई है
जिंदगी उधार की, रास्ते पर आ गई है
Smriti Singh
बाल कविता: नानी की बिल्ली
बाल कविता: नानी की बिल्ली
Rajesh Kumar Arjun
हाथ में फूल गुलाबों के हीं सच्चे लगते हैं
हाथ में फूल गुलाबों के हीं सच्चे लगते हैं
Shweta Soni
भारत के
भारत के
Pratibha Pandey
उपकार माईया का
उपकार माईया का
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कोई जिंदगी भर के लिए यूं ही सफर में रहा
कोई जिंदगी भर के लिए यूं ही सफर में रहा
कवि दीपक बवेजा
रमेशराज के विरोधरस दोहे
रमेशराज के विरोधरस दोहे
कवि रमेशराज
*शीतल शोभन है नदिया की धारा*
*शीतल शोभन है नदिया की धारा*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बड़ी सी इस दुनिया में
बड़ी सी इस दुनिया में
पूर्वार्थ
"समझो जरा"
Dr. Kishan tandon kranti
हर गम छुपा लेते है।
हर गम छुपा लेते है।
Taj Mohammad
आजाद पंछी
आजाद पंछी
Ritu Asooja
Activities for Environmental Protection
Activities for Environmental Protection
अमित कुमार
प्रेम पीड़ा का
प्रेम पीड़ा का
Dr fauzia Naseem shad
तन पर तन के रंग का,
तन पर तन के रंग का,
sushil sarna
शराब नहीं पिया मैंने कभी, ना शराबी मुझे समझना यारों ।
शराब नहीं पिया मैंने कभी, ना शराबी मुझे समझना यारों ।
Dr. Man Mohan Krishna
भोलेनाथ
भोलेनाथ
Adha Deshwal
उसको ख़ुद से ही ये गिला होगा ।
उसको ख़ुद से ही ये गिला होगा ।
Neelam Sharma
2666.*पूर्णिका*
2666.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
उम्र भर का सफ़र ज़रूर तय करुंगा,
उम्र भर का सफ़र ज़रूर तय करुंगा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अपने दर्द को अपने रब से बोल दिया करो।
अपने दर्द को अपने रब से बोल दिया करो।
इशरत हिदायत ख़ान
मैं ज़िंदगी के सफर मे बंजारा हो गया हूँ
मैं ज़िंदगी के सफर मे बंजारा हो गया हूँ
Bhupendra Rawat
Loading...