आज मौसम में एक
आज मौसम में एक
भीगा सुखद एहसास है
तेरा होना भी ऐ, वर्षा !
कहीं आस-पास है।
अकाश में विचरते हुए
काले मेघों के रथ पर
झुलसाने वाले ताप के
अहंकार को कर जर-जर।
बड़ी शीतल सी अठखेलियाँ हैं तेरी ,
अल्हड़ सी हवा के साथ,
बड़ी रोमांचित करती हैं
पाकर सुगन्धित एहसास।