आज फिर तेरी याद आई
कोई खिड़की खुली, ना कोई दरवाजा खुला
तेरे आने की आहट हुई, ना ही अंदाजा लगा
हुआ बस इतना की
दिल के एक कोने में , एक उदासी छाई
आज फिर बहुत जोर से तेरी याद आई….
कोई खिड़की खुली, ना कोई दरवाजा खुला
तेरे आने की आहट हुई, ना ही अंदाजा लगा
हुआ बस इतना की
दिल के एक कोने में , एक उदासी छाई
आज फिर बहुत जोर से तेरी याद आई….