आज दर्द है, लेकिन रुकना नही
आज दर्द है, लेकिन रुकना नही
क्योंकि दर्द कल भी आएगा
तैयारी कर, मोर्चा बांध
क्योंकि दर्द कल भी आएगा
यह बस्ती है, हस्तियों की
क्यो अपने आप को छोटा मानता है
दर्द कल भी था, आज भी है
तैयारी कर , जीत का ढोल बजा
दर्द में भी मुस्कुरा, नया इरादा बना, तू मुस्कुरा….
प्रो डॉ दिनेश गुप्ता- आनंदश्री
आध्यात्मिक व्याख्याता एवं मइन्डसेट गुरु
मुम्बई
8007179747