Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 May 2023 · 1 min read

आज के युवा

कुछ हाथों से कलम चलाते है,
कुछ हाथों से फोन चलाते है,

कुछ के दिमाग में करिअर का मोटीवेशन होता है,
कुछ करिअर का ‘c’ भी भूल जाते है,

कुछ का माँ- बाप से अत्याधिक लगाव होता है,
कुछ माँ- बाप से बातें छुपाते हैं,

कुछ के दिल में कर गुज़रने का ज़ज़्बा होता है,
कुछ दुनिया के फ़ितूर में फँस जाते है,

कुछ मन लगाकर पढाई करते है,
कुछ घंटो इंस्टाग्राम चलाते है,

कुछ रातभर जाग कर ज़िंदगी बनाते है,
कुछ रातभर फोन पे बतियाते है,

कुछ पढ़- लिखकर अफ़सर बन जाते है,
कुछ नुक्कड़ों पर नज़र आते है,

कुछ खुशहाली से ज़िंदगी बिताते हैं,
कुछ ज़िंदगी भर पछताते है,

एक रास्ता मुश्किल है, एक है आसान,
मर्ज़ी आपकी है ढुंढिये वो रास्ता,
जहाँ मिले आपको सम्मान।

✍️वैष्णवी गुप्ता(Vaishu)
कौशांबी

Language: Hindi
2 Likes · 231 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*चाटुकार*
*चाटुकार*
Dushyant Kumar
"चालाकी"
Ekta chitrangini
गजलकार रघुनंदन किशोर
गजलकार रघुनंदन किशोर "शौक" साहब का स्मरण
Ravi Prakash
गुरू शिष्य का संबन्ध
गुरू शिष्य का संबन्ध
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
खुद को मसखरा बनाया जिसने,
खुद को मसखरा बनाया जिसने,
Satish Srijan
राज़ की बात
राज़ की बात
Shaily
काश तुम मिले ना होते तो ये हाल हमारा ना होता
काश तुम मिले ना होते तो ये हाल हमारा ना होता
Kumar lalit
"सूरत और सीरत"
Dr. Kishan tandon kranti
💐प्रेम कौतुक-461💐
💐प्रेम कौतुक-461💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
पेशवा बाजीराव बल्लाल भट्ट
पेशवा बाजीराव बल्लाल भट्ट
Ajay Shekhavat
खुद की तलाश
खुद की तलाश
Madhavi Srivastava
खोने के लिए कुछ ख़ास नहीं
खोने के लिए कुछ ख़ास नहीं
The_dk_poetry
आखिरी अल्फाजों में कहा था उसने बहुत मिलेंगें तेरे जैसे
आखिरी अल्फाजों में कहा था उसने बहुत मिलेंगें तेरे जैसे
शिव प्रताप लोधी
कुछ लोग तुम्हारे हैं यहाँ और कुछ लोग हमारे हैं /लवकुश यादव
कुछ लोग तुम्हारे हैं यहाँ और कुछ लोग हमारे हैं /लवकुश यादव "अज़ल"
लवकुश यादव "अज़ल"
सत्य जब तक
सत्य जब तक
Shweta Soni
उसकी अदा
उसकी अदा
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
उनसे  बिछड़ कर
उनसे बिछड़ कर
श्याम सिंह बिष्ट
तू सुन ले मेरे दिल की पुकार को
तू सुन ले मेरे दिल की पुकार को
gurudeenverma198
दर्द उसे होता है
दर्द उसे होता है
Harminder Kaur
श्रेष्ठ भावना
श्रेष्ठ भावना
Raju Gajbhiye
"मेरी जिम्मेदारी "
Pushpraj Anant
आजमाइश
आजमाइश
AJAY AMITABH SUMAN
गाँव बदलकर शहर हो रहा
गाँव बदलकर शहर हो रहा
रवि शंकर साह
उदासी एक ऐसा जहर है,
उदासी एक ऐसा जहर है,
लक्ष्मी सिंह
शाम
शाम
N manglam
खुश-आमदीद आपका, वल्लाह हुई दीद
खुश-आमदीद आपका, वल्लाह हुई दीद
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
3122.*पूर्णिका*
3122.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
टाईम पास .....लघुकथा
टाईम पास .....लघुकथा
sushil sarna
दोस्ती की कीमत - कहानी
दोस्ती की कीमत - कहानी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आदिपुरुष आ बिरोध
आदिपुरुष आ बिरोध
Acharya Rama Nand Mandal
Loading...