एक इस आदत से, बदनाम यहाँ हम हो गए
यूँ न फेंको गुलाल.. रहने दो.!
*कविवर शिव कुमार चंदन* *(कुंडलिया)*
उसे दिल से लगा लूँ ये गवारा हो नहीं सकता
खुशियों के पल पल में रंग भर जाए,
दुनिया में लोग ज्यादा सम्पर्क (contact) बनाते हैं रिश्ते नही
काम पर जाती हुई स्त्रियाँ..
तेवरी किसी नाकाम आशिक की आह नहीं +ज्ञानेन्द्र साज
Top 8 quotes to conquer your dreams:
क्या गुजरती होगी उस दिल पर
तुम जो कहते हो प्यार लिखूं मैं,
हौसला बुलंद और इरादे मजबूत रखिए,
खरीद लूंगा तुझे तेरे नखरों सहित ऐ जिन्दगी
समझिए बुढ़ापे में पग धर दिये।
भ्रूण हत्या:अब याचना नहीं रण होगा....