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6 May 2022 · 1 min read

आज का सुकरात

ज़हर पाकर भी
अमृत का
ईनाम देना
वह नहीं भूला!
सूली पर से भी
ज़िंदगी का
पैग़ाम देना
वह नहीं भूला!!
देश और
समाज के प्रति
अपना फ़र्ज़
निभाते हुए!
मोहब्बत और
इंंकलाब के
कलाम देना
वह नहीं भूला!!
#बहुजन_शायर #हल्ला_बोल #सच्चाई #कवि
#हक़ #शायर #आज़ादी #कविता #साहित्य

Language: Hindi
64 Views
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