आज का दिन
आज का दिन कितना खूबसूरत है
क्या कोई तुम से मिलने की सूरत है
मेरे ख्वाबों की ताबीर है तू
तू वफा की जिंदा मूरत है
कितने ही काम तेरे बिना अधूरे है
आज तो तेरी बहुत जरूरत है
चाहत खुशबू ….रंगों …वफा गुल
सब तेरे प्यार की बरकत है
तुझ से वाबस्ता है सारी खुशियाँ
मुझ को सचमुच तेरी मुहब्बत है
दिल झुकता है सजदे में खुदा के खुद
ये मुहब्बत मेरी इबादत है ……shabinaZ