आज का कुत्ता
आज का कुत्ता
देखो बिस्किट खाता कुत्ता , हमे रोज गुर्राता कुत्ता
कुत्तों की सरदारी करके हमको धौंस दिखता कुत्ता
घर में कुत्ता बाहर कुत्ता गली में कुत्ता गांव में कुत्ता
घर में रोटी हमरे खाकर फिर औरो घर जाता कुत्ता
बचपन में थोड़ा सा खाता,अब पूरा सा गटकर जाता
खुद कुत्ता होकर कुत्तों को देखो रोज सताता कुत्ता
कुत्ता से कुत्ता मिल करके यारो फौज सजाता कुत्ता
“कृष्णा” बचना इन कुत्तोंसे जबरन दांत दिखाता कुत्ता
✍️ कृष्णकांत गुर्जर धनौरा