आज इम्तिहान की घड़ी ——– कविता
हुई बातें बड़ी बड़ी,आज इम्तिहान की घड़ी।
हौसले बुलन्द कर,बात बात में न डर।
संकल्प से तू निखर,जीत तेरे सामने खड़ी।।
वक़्त को जान ले,नियम सारे मान ले।
मन में गर जो ठान ले,समस्या न कोई बड़ी।।
कभी न तू निराश हो जीने की मन में आस हो।
गम न कोई पास हो, मौत चाहे सामने खड़ी।।
ईश्वर तेरे साथ है, सर पे उसी का हाथ है।
वही दीनानाथ है,हाथ उसी के काल की घड़ी।।
वक़्त बीत जाएगा,जीत तू ही पाएगा।
खुशी का पल फिर आएगा,चलेगी जीवन की लड़ी।।
राजेश व्यास अनुनय