Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Feb 2019 · 1 min read

आजादी के परवाने

आजादी की शमा पे जलने हम परवाने आए हैं
देश की खातिर शीश कटाने हम दीवाने आए हैं
आज लहू खौलता है नस नस में
और मौत ने ली अंगड़ाई है
हम सिंह शावकों को मिटाने
गीदड़ की टोली आई है
हिन्दुस्तान की गैरत को फिर
दुश्मन ने ललकारा है
आज वतन पर संकट है
ये हर बच्चा पुकारा है
आज नजर है खोज में उनकी
जो हमें मिटाने आए हैं
आजादी की शमा पे जलने ———
बहन आज ही बांध लो राखी
कल शायद ये हाथ ना हों
दुल्हन आज ही सेज सजा लो
कल शायद ये रात ना हो
मां चूम लो जी भा कर
कल ये मस्तक साथ ना हो
कफ़न सजा के शीश पे अपने
मां का कर्ज चुकाने आए हैं
आजादी की शमा पे जलने ————–
अपने वतन की आबरू
मिट कर भी हम बचाएंगे
कलम बना बंदूके अपनी
और खून की स्याही बना
बैरियों के शवों पर नया
इतिहास लिखते जाएंगे
हम दीवाने आज विजय को
अपनी दुल्हन बनने आए हैं
आजादी की शमा पे जलने हम परवाने आए हैं
देश की खातिर शीश कटाने हम दीवाने आए हैं

Language: Hindi
705 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मुक्तक
मुक्तक
sushil sarna
मेहनतकश अवाम
मेहनतकश अवाम
Shekhar Chandra Mitra
দিগন্তে ছেয়ে আছে ধুলো
দিগন্তে ছেয়ে আছে ধুলো
Sakhawat Jisan
हर एक चेहरा निहारता
हर एक चेहरा निहारता
goutam shaw
*रामपुर के राजा रामसिंह (नाटक)*
*रामपुर के राजा रामसिंह (नाटक)*
Ravi Prakash
अंतर्जाल यात्रा
अंतर्जाल यात्रा
Dr. Sunita Singh
अपनी इच्छाओं में उलझा हुआ मनुष्य ही गरीब होता है, गरीब धोखा
अपनी इच्छाओं में उलझा हुआ मनुष्य ही गरीब होता है, गरीब धोखा
Sanjay ' शून्य'
बहुत खूबसूरत सुबह हो गई है।
बहुत खूबसूरत सुबह हो गई है।
surenderpal vaidya
शासन की ट्रेन पलटी
शासन की ट्रेन पलटी
*Author प्रणय प्रभात*
जिन्दगी हमारी थम जाती है वहां;
जिन्दगी हमारी थम जाती है वहां;
manjula chauhan
"अपने हक के लिए"
Dr. Kishan tandon kranti
"लाभ का लोभ"
पंकज कुमार कर्ण
सागर
सागर
नूरफातिमा खातून नूरी
पश्चाताप का खजाना
पश्चाताप का खजाना
अशोक कुमार ढोरिया
ऑनलाईन शॉपिंग।
ऑनलाईन शॉपिंग।
लक्ष्मी सिंह
ज़िंदगी में अपना पराया
ज़िंदगी में अपना पराया
नेताम आर सी
ऐसी गुस्ताखी भरी नजर से पता नहीं आपने कितनों के दिलों का कत्
ऐसी गुस्ताखी भरी नजर से पता नहीं आपने कितनों के दिलों का कत्
Sukoon
निर्मेष के दोहे
निर्मेष के दोहे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
प्रेम की साधना (एक सच्ची प्रेमकथा पर आधारित)
प्रेम की साधना (एक सच्ची प्रेमकथा पर आधारित)
दुष्यन्त 'बाबा'
बुनते हैं जो रात-दिन
बुनते हैं जो रात-दिन
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
उसके किरदार की खुशबू की महक ज्यादा है
उसके किरदार की खुशबू की महक ज्यादा है
कवि दीपक बवेजा
दर्द और जिंदगी
दर्द और जिंदगी
Rakesh Rastogi
23/155.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/155.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
(9) डूब आया मैं लहरों में !
(9) डूब आया मैं लहरों में !
Kishore Nigam
अच्छे थे जब हम तन्हा थे, तब ये गम तो नहीं थे
अच्छे थे जब हम तन्हा थे, तब ये गम तो नहीं थे
gurudeenverma198
Bundeli Doha-Anmane
Bundeli Doha-Anmane
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
" मेरे जीवन का राज है राज "
Dr Meenu Poonia
आज वो दौर है जब जिम करने वाला व्यक्ति महंगी कारें खरीद रहा ह
आज वो दौर है जब जिम करने वाला व्यक्ति महंगी कारें खरीद रहा ह
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
इच्छाएं.......
इच्छाएं.......
पूर्वार्थ
शुद्ध
शुद्ध
Dr.Priya Soni Khare
Loading...