*आजादी और कर्तव्य*
मिली आजादी हमको ऐसे, लहू बहाया वीरों ने।
हृदय हमारा हो गया छलनी, फर्ज निभाया वीरों ने।
यह देश हमारा है धरोहर, इसकी करनी है रक्षा।
आज भी इसको खोखला कर दिया, चंद चुने अमीरों ने।।१।।
मिलकर रहना है हम सबको, एकता की ताकत पहचानो।
यह देश है हम सबका भाई, इस बात को तुम जानों।
हमें बचाकर रखनी है ये, मिली हमें जो आजादी।
कर्तव्यों का समझो सार तुम, न करो तुम बर्बादी।।२।।
इस देश की आन वान शान है, तिरंगा हमारी जान है।
सलामी देंगे हम इसे, हमारा यह अभिमान है।
दुष्यन्त कुमार करता रहेगा, इस देश का बखान।
भारत कहो चाहे इंडिया चाहे हिंदुस्तान।