Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
#3 Trending Author
Dr. Kishan tandon kranti
277 Followers
Follow
Report this post
2 Nov 2024 · 1 min read
“आजमाना “
“आजमाना ”
दिल को सुकून मिल जाये
ऐसी नींद आई ना कभी,
ऐ मौत अब तुझे
आजमाने को जी चाहता है।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
2 Likes
·
2 Comments
· 17 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
पूनम का चाँद (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तस्वीर बदल रही है (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
नवा रद्दा (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तइहा ल बइहा लेगे (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
परछाई के रंग (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सबक (लघुकथा-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सौदा (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
जमीं के सितारे (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
बेहतर दुनिया के लिए (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
मेला (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
You may also like:
चुप
Ajay Mishra
पर्यावरण में मचती ये हलचल
Buddha Prakash
"कलम का संसार"
Dr. Kishan tandon kranti
दोहा बिषय- महान
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
चिंगारी बन लड़ा नहीं जो
AJAY AMITABH SUMAN
जो व्यक्ति अपने मन को नियंत्रित कर लेता है उसको दूसरा कोई कि
Rj Anand Prajapati
प्रेम
Pratibha Pandey
जन्मदिन का तोहफा**
Bindesh kumar jha
मुक्ति
Amrita Shukla
मु
*प्रणय प्रभात*
"We are a generation where alcohol is turned into cold drink
पूर्वार्थ
Colours of Life!
R. H. SRIDEVI
संवेदन-शून्य हुआ हर इन्सां...
डॉ.सीमा अग्रवाल
उमंग
Akash Yadav
आसमान तक पहुंचे हो धरती पर हो पांव
नूरफातिमा खातून नूरी
परतंत्रता की नारी
तारकेश्वर प्रसाद तरुण
बहुत अंदर तक जला देती हैं वो शिकायतें,
शेखर सिंह
“MY YOGA TEACHER- 1957” (REMINISCENCES) {PARMANPUR DARSHAN }
DrLakshman Jha Parimal
जीवन में आनंद लाना कोई कठिन काम नहीं है बस जागरूकता को जीवन
Ravikesh Jha
कुछ बीते हुए पल -बीते हुए लोग जब कुछ बीती बातें
Atul "Krishn"
जिन्दगी सदैव खुली किताब की तरह रखें, जिसमें भावनाएं संवेदनशी
Lokesh Sharma
*आ गया मौसम वसंती, फागुनी मधुमास है (गीत)*
Ravi Prakash
सूरज बहुत चढ़ आया हैं।
Ashwini sharma
होली के रंग
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
ज़िंदगी आईने के
Dr fauzia Naseem shad
उस दिन
Shweta Soni
4665.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अंतरात्मा की आवाज
SURYA PRAKASH SHARMA
हुई बात तो बात से,
sushil sarna
कौन सुनेगा बात हमारी
Surinder blackpen
Loading...