आजकल का युवा नेता
#आजकल_का_युवा_नेता
अन्ततः जब नहीं रहा गया
तो कड़प दिए
लीलण के सफेद कुर्ते ने
युवा नेता को कहा।
मुझे पहन कर
फिर एक बार जचे घने हो,
बताओ न आज
किस नेता के चमचे बने हो।
इतने में मेज पर रखा
मोबाईल रिंगटोन बजने लगा,
और बात सही सही करने लगा।
बोला आज तो सुहानीबेला है
मेरी भरने वाली गेलेरी है।
बस कैसे भी साहेब के साथ
फोटोग्राफी हो जाये,
और फेसबुक की टाईमलाईन
पर आग लगा जाये।
यही सोचकर मुझे अलग – अलग
एंगल से पकड़ा जायेगा,
जाने कितनी बार
‘राजनीति में करियर’ के गाल पर
थप्पड़ जड़ा जायेगा।
बातें सुनकर युवा नेता के
ग़ुस्से ने थोड़ा उबाल लिया,
उसने कुर्ते को शरीर पर
और मोबाइल को जेब में डाल लिया।
सभा में जाने से पहले
दो तीन बार दर्पण से दिल लगाया,
पाँच सात बार कुर्ते को झटकाया।
सभास्थल पहुँचते हीं
आयोजकों से बतिया लिया,
जैसे तैसे करके मंच हथिया लिया।
फिर मुद्दे वाली क्रीम
का अपने चेहरे से गजब मेल किया,
मुद्दे की हेडलाइन को ही
चार पाँच बार अपने भाषण में जोड़ दिया।
पहली हीं फोटो अपलोड किया
मन ही मन हर्ष करते हुए
कैप्शन मे लिखा
बड़े साहेब के साथ मुद्दे पर
विमर्श करते हुये।
घर लौटकर एक सिगरेट का
सेट खोल लिया,
आईसक्यूब मिलाकर बड़ा
सा पेक घोल लिया।
लम्बी सी चुस्की लेते हुये
मुस्कुराने लगा,
मेज पर पड़े मोबाइल और
खूंटी पर टंगे सिलवटों मे भरे
कुर्ते को चिढानें लगा!
ऐसे युवा नेता सिर्फ एक
दिखावट होते हैं,
सड़क पर संघर्ष करते युवाओं
की राह में रुकावट होते हैं।
#किसानपुत्री_शोभा_यादव