परिचय ( हास्य व्यंग )
पूछते हैं नाम
तो वो
अपना पद बताते है
घर दिखाने से पहले
दुकान दिखाते हैं
पूछो उनका हाल तो
अपनी रहीसी दिखाते है
बात करो उनकी
तो नेताओं से अपनी
दोस्ती बतातें
हाल पूछों बच्चों का
तो उनको चाणक्य और
बब्बर शेर बताते है
और अगर पूछ लो
घर की लक्ष्मी का हाल
तो समझदार फिजूलखर्ची बताते है
अगर पूछ लो सफरनामा
तो फ्लाइट की टिकट दिखाते हैं
और आशिकी पर बात हो
गुप्त शौक मुफ़्त में बाँटते है
घूमने जाने से पहले
लोकेशन फेसबुक पर लगाते हैं
मोबाईल हाथ में लेकर
जानवरों सा मुँह बनाते है
फोटो खिंचाते है
और लगातार फोटो दिखाते हैं
लगातार फोटो दिखाते हैं
अंत में बड़ा सरनेम बताकर
कर के
राजनीति पर आ जाते है
फिर ऐसे जताते हैं जैसे
पार्टी के नेता उनके यहाँ
चाय नास्ता पर
आते है….
क्या हो गया है
आज की दुनिया को पूछो..?
तो सब कुछ कूल बताते है ।
पता नही ये
क्या जताते हैं
इंसानियत से ज्यादा
माल की खूबी गिनाते है
माल की खूबी गिनाते है ….।