Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Jul 2024 · 1 min read

“आजकल औरतों का जो पहनावा है ll

“आजकल औरतों का जो पहनावा है ll
जिस्म ढकने के नाम पर दिखावा है ll

सच्चा प्यार सिर्फ माँ बाप करते हैं,
इसके अलावा सब ढोंग है, छलावा है ll

कहीं न कहीं गलती सभी कर रहे हैं,
क्या किसी एक को भी पछतावा है ll

घर के पुरूषों को असहज तो लगता होगा,
मगर औरतों से बोल नही पाते, मेरा दावा है ll

नग्नता को संपन्नता समझने वालों को नहीं पता,
अंत में जलाकर खाक कर देगी, सोहरत लावा है ll”

यह कविता सभी के लिए नहीं, कुछ विशेष के लिए है 🙏

74 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मेरे प्रभु राम आए हैं
मेरे प्रभु राम आए हैं
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
..
..
*प्रणय*
*आ गया मौसम वसंती, फागुनी मधुमास है (गीत)*
*आ गया मौसम वसंती, फागुनी मधुमास है (गीत)*
Ravi Prakash
* शुभ परिवर्तन *
* शुभ परिवर्तन *
surenderpal vaidya
ये भी क्या जीवन है,जिसमें श्रृंगार भी किया जाए तो किसी के ना
ये भी क्या जीवन है,जिसमें श्रृंगार भी किया जाए तो किसी के ना
Shweta Soni
हमारे जख्मों पे जाया न कर।
हमारे जख्मों पे जाया न कर।
Manoj Mahato
कसम, कसम, हाँ तेरी कसम
कसम, कसम, हाँ तेरी कसम
gurudeenverma198
कौन हुँ मैं?
कौन हुँ मैं?
TARAN VERMA
कान में रखना
कान में रखना
Kanchan verma
ज़िंदगी का दस्तूर
ज़िंदगी का दस्तूर
Shyam Sundar Subramanian
जानते वो भी हैं...!!!
जानते वो भी हैं...!!!
Kanchan Khanna
प्रकृति की गोद खेल रहे हैं प्राणी
प्रकृति की गोद खेल रहे हैं प्राणी
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
4688.*पूर्णिका*
4688.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
The Kiss 👄
The Kiss 👄
Otteri Selvakumar
हर इंसान होशियार और समझदार है
हर इंसान होशियार और समझदार है
पूर्वार्थ
" इसलिए "
Dr. Kishan tandon kranti
हमने एक बात सीखी है...... कि साहित्य को समान्य लोगों के बीच
हमने एक बात सीखी है...... कि साहित्य को समान्य लोगों के बीच
DrLakshman Jha Parimal
किसी भी व्यक्ति का व्यक्तित्व पार्टी से कही बड़ा होता है एक
किसी भी व्यक्ति का व्यक्तित्व पार्टी से कही बड़ा होता है एक
Rj Anand Prajapati
जय जय दुर्गा माता
जय जय दुर्गा माता
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हमें बुद्धिमान के जगह प्रेमी होना चाहिए, प्रेमी होना हमारे अ
हमें बुद्धिमान के जगह प्रेमी होना चाहिए, प्रेमी होना हमारे अ
Ravikesh Jha
गुज़र गयी है जिंदगी की जो मुश्किल घड़ियां।।
गुज़र गयी है जिंदगी की जो मुश्किल घड़ियां।।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
तू रहोगी मेरे घर में मेरे साथ हमें पता है,
तू रहोगी मेरे घर में मेरे साथ हमें पता है,
Dr. Man Mohan Krishna
सत्य
सत्य
लक्ष्मी सिंह
आम के छांव
आम के छांव
Santosh kumar Miri
झुर्री-झुर्री पर लिखा,
झुर्री-झुर्री पर लिखा,
sushil sarna
लोगों के साथ सामंजस्य स्थापित करना भी एक विशेष कला है,जो आपक
लोगों के साथ सामंजस्य स्थापित करना भी एक विशेष कला है,जो आपक
Paras Nath Jha
मन
मन
SATPAL CHAUHAN
अक्सर सच्ची महोब्बत,
अक्सर सच्ची महोब्बत,
शेखर सिंह
জয় হনুমান জয় হনুমান
জয় হনুমান জয় হনুমান
Arghyadeep Chakraborty
Loading...